नैनीताल के होटल में हुई पर्यटक दीक्षा मिश्रा की हत्या में एक के बाद एक नये खुलासे हो रहे है। नैैनीताल पहुंचे दीक्षा के परिजनों ने इसे लव जिहाद बताया है। आरोपी हत्याकांड के बाद फरार हो गया। इसके बाद वह नोएडा पहुंच गया। जहां से फ्लैट में जाकर जरूरी कागज अपने साथ ले गया। मृतका के भाई अंकुर मिश्रा ने बताया कि हत्यारोपी प्रेमी ने उसे हर मुलाकात में अपना नाम इमरान की बजाय ऋषभ तिवारी ही बताया था। दीक्षा बचपन से ही बेहद होशियार थी। पिता की निधन के बाद पूरे घर को संभाला करती थी। वह रियल एस्टेट कंपनी में अच्छे पद पर तैनात थी। जबकि इमरान कबाड़ी का काम करता था।
वर्ष 2008 में दीक्षा की शादी खुरजा निवासी पवन शर्मा के साथ हुई थी। वहा शराब पीकर मारपीट करता था। शादी के दो साल बाद ही दीक्षा पति से अलग रहने लगी। तभी उसकी मुलाकात ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान से हुई थी। बेटी भी दीक्षा के साथ ही रहती है। फिलहाल दोनों का तलाक नहीं हुआ है। मामला कोर्ट में लंबित है।
आज नैनीताल पहुंचे मृतका के परिजन और दोस्त पंचनामा के बाद मोर्चरी में शव के पहुंचते ही मृतका की मां, भाई और साथ में पहुंचे दोस्त फूट-फूटकर रोने लगे। दीक्षा मिश्रा की दोस्त सीमा शर्मा ने बताया कि दो महीने पहले ही गौतमबुद्धनगर क्षेत्र में अपना नया फ्लैट खरीदा था। एक नई स्विफ्ट गाड़ी भी खरीदी थी। गाड़ी का नंबर नहीं आने के कारण वह कार्यालय में तैनात किसी एक दोस्त की कार लेकर नैनीताल पहुंची थी। बताया कि आरोपी ऋषभ उसी वाहन को लेकर फरार है।
इधर नैनीताल में दीक्षा की हत्या के बाद आरोपी ऋषभ तिवारी उर्फ इमरान मृतका दीक्षा मिश्रा का मोबाइल भी साथ ले गया। दोस्तों ने बताया कि सोमवार सुबह जब आरोपी नोएडा पहुंचा तो वहां उसने दीक्षा की बेटी को फोन कर दीक्षा के फोन का पासवर्ड भी पूछा। इसके बाद वह फ्लैट से जरूरी कागजात लेकर फरार हो गया।