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देहरादून, 26 मई – देशभर में जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस बार उत्तराखंड में भी मानसून अपने पूरे जोर के साथ दस्तक देगा, जिससे राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
केरल में शनिवार को मानसून ने आधिकारिक रूप से प्रवेश कर लिया है। इसके साथ ही उत्तराखंड में भी मानसून के आगमन की तैयारी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार प्रदेश में मानसून 10 से 20 जून के बीच दस्तक दे सकता है।
मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि “जून से सितंबर तक पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना है। उत्तराखंड के लिए यह और भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि विशेष रूप से पर्वतीय जिलों में कई दौर की भारी बारिश के संकेत मिल रहे हैं।”
गौरतलब है कि पिछले 24 दिनों में प्रदेश में औसत से 59 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है, जो एक गंभीर संकेत माना जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र पहले ही इस विषय में अलर्ट जारी कर चुका है और आगे भी लगातार पूर्वानुमान साझा किए जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार मानसून के दौरान भूस्खलन, नदियों के जलस्तर में वृद्धि, सड़कों के बाधित होने और अन्य आपदाओं की आशंका बढ़ सकती है। ऐसे में प्रशासन को पहले से ही सतर्कता बरतने और आपदा प्रबंधन की मजबूत तैयारी करने की सलाह दी गई है।
पर्वतीय जिलों के निवासियों और पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वे मौसम से संबंधित ताज़ा जानकारी पर नजर रखें और भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें।