उत्तराखंड आपदा: आईएएस एसोसिएशन का सराहनीय कदम, सभी अधिकारी देंगे एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में
देहरादून, 08 अगस्त – उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में 5 जुलाई, 2025 को आई भीषण प्राकृतिक आपदा के मद्देनज़र उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने एक अहम और मानवीय निर्णय लिया है। एसोसिएशन के सचिव दिलीप जावलकर ने जानकारी दी कि एसोसिएशन की एक महत्वपूर्ण बैठक अध्यक्ष एल.ए. फैनई की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें आपदा की गंभीरता पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि राज्य के सभी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में स्वेच्छा से प्रदान करेंगे। यह निर्णय आपदा पीड़ितों के प्रति प्रशासनिक सेवा की संवेदनशीलता और सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचायक है।
प्रशासनिक सेवा की एकजुटता
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि यह सांकेतिक योगदान न केवल आपदा प्रभावितों के प्रति सहानुभूति और प्रतिबद्धता का प्रतीक है, बल्कि उन जांबाज अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों, चिकित्सकीय टीमों, आपदा प्रबंधन कर्मियों और स्वयंसेवकों के प्रति एकजुटता का संदेश भी है, जो राहत, बचाव और पुनर्वास के कार्यों में दिन-रात जुटे हुए हैं।
दिलीप जावलकर ने बताया कि एसोसिएशन का यह प्रयास राज्य सरकार द्वारा संचालित बहु-एजेंसी आपदा प्रबंधन तंत्र को सहयोग देने की भावना से किया गया है, जिससे राहत और पुनर्वास की प्रक्रिया को और गति मिल सके।
जनहित सर्वोपरि
उन्होंने कहा कि इस भीषण आपदा की घड़ी में एसोसिएशन के प्रत्येक सदस्य से अपेक्षा की गई है कि वह संवेदना और उत्तरदायित्व के साथ सहयोग करें। इस पहल के माध्यम से यह संदेश भी दिया गया कि ऐसी आपदाओं के समय अधिकारी, कर्मचारी और आम नागरिक — सभी की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
यह कदम प्रशासनिक सेवा की उस संवेदनशील और जनहितकारी भावना को पुष्ट करता है, जिसमें ‘जनहित सर्वोपरि’ माना जाता है।