मनरेगा पोर्टल में विधायक व पत्नी के नाम पर कार्य और भुगतान दर्ज, जांच के आदेश

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मनरेगा पोर्टल में विधायक व पत्नी के नाम पर कार्य और भुगतान दर्ज, जांच के आदेश

पुरोला: मनरेगा के ऑनलाइन पोर्टल से सामने आई जानकारी ने क्षेत्र में नया विवाद खड़ा कर दिया है। पोर्टल के अनुसार जून 2022 में विधायक की पत्नी निशा के नाम पर रेक्चा के आम रास्ते में पीसीसी खड़ंजा निर्माण कार्य दर्ज है। इसके अलावा वर्ष 2024 में अगस्त–सितंबर के दौरान बाजुडी तोक में पीसीसी कार्य और नवंबर 2024 में समलाडी तोक में वृक्षारोपण कार्य भी उनके नाम से दर्शाया गया है।

इतना ही नहीं, वर्तमान वर्ष में खुद पुरोला विधानसभा के विधायक दुर्गेश लाल के नाम पर भी पिनेक्ची तोक में भूमि विकास कार्य में रोजगार मिलना पोर्टल पर दर्ज है। आंकड़ों के अनुसार विधायक रहते हुए तीन कार्यों में 5,214 रुपये का भुगतान दिखाया गया है, जबकि वर्ष 2021 से 2025 के बीच कुल 11 कार्यों में पति–पत्नी के खातों में 22,962 रुपये का भुगतान होना दर्शाया गया है।

मामले को लेकर शुक्रवार को ब्लॉक कार्यालय में मनरेगा सहायक यशवंत से जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि संबंधित किसी भी मस्टरोल पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं और न ही ब्लॉक कार्यालय में इन कार्यों से जुड़ी फाइलें और मस्टरोल उपलब्ध हैं, जिससे पूरे मामले पर सवाल खड़े हो गए हैं।

वहीं विधायक दुर्गेश लाल ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “बिचौलियों की दुकानें बंद हो गई हैं, इसलिए वे मुझे ट्रोल कर रहे हैं। जब तक काम करने वाले व्यक्ति के हस्ताक्षर नहीं होते, तब तक मनरेगा का मस्टरोल नहीं निकलता। यह मेरी छवि खराब करने की साजिश है। विधायक बनने से पहले जरूर मेरा जॉब कार्ड था।”

मामले पर संज्ञान लेते हुए ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) मोरी शशी भूषण बिजोंला ने कहा कि यह प्रकरण उनके संज्ञान में आया है। शनिवार को आराकोट में आयोजित जन सेवा शिविर के बाद संबंधित सभी कार्मिकों को तलब कर जानकारी ली जाएगी। जांच के बाद यदि कोई दोषी पाया जाता है तो मनरेगा के तहत जारी पूरी धनराशि की रिकवरी की जाएगी।

फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और जांच के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है।


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