तिरुपति लड्डू प्रसादम घी घोटाला: मिलावटी घी की आपूर्ति का खुलासा, उत्तराखंड की कंपनी पर छापा, जांच जारी

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तिरुपति बाला जी मंदिर के प्रतिष्ठित लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल हो रहे घी में मिलावट के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जून और जुलाई 2024 में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को भेजे गए आठ टैंकर मिलावटी घी के स्रोत की जांच में पाया गया कि यह घी तमिलनाडु की एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड द्वारा नहीं बनाया गया था, जिसे घी की आपूर्ति का ठेका दिया गया था। इसके बजाय, यह घी उत्तराखंड की भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड से खरीदा गया था।

चित्र साभार -सोशल मीडिया

मिलावटी घी का घालमेल—

जांच में सामने आया कि एआर डेयरी ने यह घी सीधे नहीं बनाया था, बल्कि इसे वैष्णवी डेयरी स्पेशलिटी प्राइवेट लिमिटेड से खरीदा था। वैष्णवी डेयरी ने भी यह घी खुद नहीं बनाया, बल्कि उत्तराखंड स्थित भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी से खरीदा और इसे एआर डेयरी को सप्लाई किया। तिरुपति मंदिर को घी 319 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आपूर्ति किया गया, जबकि इस घी की असली खरीदारी कीमत 313.60 रुपये प्रति किलोग्राम तक थी।

घी में पशु चर्बी की मिलावट का खुलासा—

टीटीडी द्वारा प्राप्त किए गए चार टैंकरों के नमूनों की जांच में घी में पशु चर्बी की मिलावट पाई गई, जिसके बाद इन टैंकरों को वापस कर दिया गया। इसके साथ ही, एआर डेयरी को ब्लैकलिस्ट करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। यह टेंडर शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन था, क्योंकि घी के व्यापार की अनुमति नहीं थी।

जांच में खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई—

आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मिलावटी घी के स्रोत की पुष्टि के लिए उत्तराखंड स्थित भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी पर छापा मारा। टीम ने वहां से घी के नमूनों के साथ-साथ दस्तावेज जब्त किए हैं। इस घी का उपयोग तिरुपति बाला जी मंदिर के प्रसाद लड्डू में किया जा रहा था। फिलहाल, जांच जारी है और कंपनी से किसी को भी भीतर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान— 

तिरुपति बाला जी मंदिर के प्रसाद लड्डू में मिलावटी घी की बात सामने आने के बाद इस मामले को लेकर पूरे देश में हड़कंप मच गया। घी में पशु चर्बी की मिलावट की खबर ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया, और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लिया। फिलहाल, इस पूरे मामले की जांच उच्च स्तर पर चल रही है।

70,000 किलोग्राम मिलावटी घी की आपूर्ति—  

अब तक तिरुपति मंदिर को लगभग 70,000 किलोग्राम मिलावटी घी की आपूर्ति की जा चुकी है। आंध्र प्रदेश व उत्तराखंड की खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमारी कर घी, दूध और अन्य सामग्रियों के नमूने लिए हैं, जिनकी विस्तृत जांच की जा रही है।

इस घोटाले ने तिरुपति बाला जी मंदिर की प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मंदिर प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती पेश की है। जांच के नतीजों का इंतजार है, जो इस पूरे मामले पर और अधिक स्पष्टता प्रदान करेंगे।


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