हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र में हुई हत्या का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया। दिल्ली निवासी अभय शर्मा उर्फ हनी (37) की हत्या उसके दो दोस्तों ने 30 लाख रुपये के लालच में की थी। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मायापुर स्थित एसपी सिटी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी।
घटना का विवरण—
24 नवंबर को श्यामपुर क्षेत्र की रवासन नदी किनारे एक युवक का शव मिला था। शव की पहचान नहीं हो पा रही थी, क्योंकि हत्या के बाद चेहरे को पत्थरों से कुचल दिया गया था। मृतक की पहचान 10 दिन बाद अभय शर्मा, निवासी सुदर्शन पार्क, मोती नगर, पश्चिमी दिल्ली, के रूप में हुई। अभय हाल ही में 30 लाख रुपये में अपना फ्लैट बेच चुका था और अपने परिवार से अलग रहता था।
जांच की प्रक्रिया—
पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीमों ने 10 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों की जांच, एक हजार मजदूरों का सत्यापन और 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित एक कैमरे के माध्यम से टीम को एक होटल का सुराग मिला। वहां से मिले सुराग ने मृतक की पहचान और हत्या की साजिश का खुलासा किया।
हत्या का कारण और गिरफ्तारियां—
आरोपियों ने सट्टे का नंबर दिलाने के बहाने अभय को हरिद्वार बुलाया। यहां तांत्रिक से मिलवाने का बहाना बनाकर उसे जंगल में ले जाकर गला घोंटकर हत्या कर दी और पत्थरों से उसका चेहरा कुचल दिया। मुख्य आरोपी नीरज शुक्ला, निवासी विकासपुरी, दिल्ली, को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में दूसरे आरोपी नागेंद्र, निवासी भुवापुर, फरीदाबाद, का नाम सामने आया। नागेंद्र फिलहाल फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पुलिस की उपलब्धि—
एसएसपी डोबाल ने बताया कि इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने के लिए पुलिस ने बेहतरीन कार्य किया। नीरज और नागेंद्र, जो पेशे से ड्राइवर हैं, ने लालच में आकर यह हत्या की। पुलिस का कहना है कि आरोपी नागेंद्र को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
परिवार की शिकायत पर दर्ज हुआ मुकदमा—
मृतक की मां वीना शर्मा ने गाजियाबाद से हरिद्वार पहुंचकर शव की शिनाख्त की और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। यह मामला लालच और विश्वासघात की खौफनाक मिसाल है, जिसमें गहन पुलिस जांच ने हत्यारों को बेनकाब कर दिया।