राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद उत्तराखंड राज्य तरक्की की राह पर तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य को प्रगति के पथ पर निरंतर बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध नजर आते हैं. नव वर्ष, नए संकल्प के साथ मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चहुंमुखी विकास के मार्ग पर बढ़ते उत्तराखंड के लिए 13 जिलों के 13 प्रोजेक्ट राज्य की तस्वीर बदल देंगे। जिसके धरातल पर उतरते ही राज्य को विश्व पटल पर एक नयी पहचान भी मिलेगी. ये प्रोजेक्ट पीएम मोदी के उस प्लान का भी हिस्सा हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को युवा, कर्मठ और लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताते हुए कहा था की उत्तराखंड में तेजी से हो रहे विकास को और तेजी से करना है. उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड के लोगों का सामर्थ्य,, इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाएगा…
1-राज्य सरकार चमोली जिले में सिखों के पवित्र धर्म स्थल हेमकुंड साहिब के लिए गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.4 किमी लम्बी रोपवे का निर्माण करेगी, जो दुनिया की सबसे उंचाई पर स्थित रोपवे होगी. रोपवे से हेमकुंड साहिब तक का सफर सिर्फ 45 मिनट में पूरा होगा
2-सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने पर राज्य सरकार जल्द ही उत्तरकाशी से गंगोत्री तक हाईवे चौड़ीकरण का काम शुरू करेगी। वहीं दूसरी ओर जिले में यमुनोत्री हाईवे पर बनी रही करीब साढ़े चार किमी लंबी सिल्क्यारा टनल नए साल में पूरी हो जाएगी। टनल निर्माण से धरासू से बड़कोट की दूरी 28 किमी कम हो जाएगी।
3-टिहरी झील को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए 1954 करोड़ के प्रोजेक्ट पर नए साल में काम शुरू होगा। डोबरा-चांठी, तिवाड़ गांव और पीपलडाली में भी नए बोटिंग प्वाइंट बनेंगे। इनमें वाटर पार्क, स्वीमिंग पूल, एम्यूजमेंट राइड, ईको हट्स, पार्किंग, एकीकृत सूचना केंद्र, लाइट एंड साउंड शो, ब्रिज, योग और पंचकर्म, बायोडायवर्सिटी पार्क, एडवेंचर रिजॉर्ट से लेकर रिंग रोड भी बनाई जाएगी।
4-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ2023 में नए रूप में नजर आएगा। यहां पुनर्निर्माण के दूसरे चरण के कार्य पूरे होंगे। इन्हें मास्टर प्लान के तहत किया जा रहा है।
5-सरकार कीउत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन के ड्रीम प्रोजेक्ट “पॉड टैक्सी कार” को धरातल पर उतारने की योजना है। 1650 करोड़ का यह प्रोजेक्ट हरिद्वार के ज्वालापुर से भारत माता मंदिर भूपतवाला तक 21 किमी का है। इसमें छह पॉड टैक्सी संचालित होंगी। वहीं, काशी कॉरिडोर की तर्ज पर हरकी पैड़ी कॉरिडोर विकसित करने की शुरुआत होगी। तीन किमी क्षेत्र कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा।
6-पौड़ी गढ़वाल का “शहीद जसवंत सिंह खेल मैदान” मई2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस योजना के लिए 22 करोड़ 29 लाख के बजट को मंजूरी मिल चुकी है। मैदान में 400 मीटर सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, 32 बेड का छात्रावास, बहुउद्देशीय हॉल, कैंटीन का निर्माण चल रहा है।
7-अल्मोड़ा के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू किया जा रहा है. नए साल में इसका निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद इसका विधिवत रूप से संचालन होगा और यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।
8-वर्ष2023 में बागेश्वर नगरपालिका के ट्रंचिंग ग्राउंड का निर्माण शुरू होगा वहीं कपकोट में ट्रंचिंग ग्राउंड का काम पूरा होने के बाद कूड़ा निस्तारण की सुविधा मिलने लगेगी। 72 लाख रुपये की लागत से बन रहे ट्रंचिंग ग्राउंड का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
9-वर्ष2023 का साल चंपावत जिले के सबसे बड़े आध्यात्मिक धाम मां पूर्णांगिरि के मुख्य मंदिर को सौगात देगा। मंदिर की सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। विश्व बैंक की निर्माण शाखा का हल्द्वानी खंड 395.99 लाख रुपये से मंदिर की पहाड़ी की दरार की मरम्मत का काम करा रहा है। 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि नौ मार्च से शुरू होने वाले मेले से पूर्व यह काम पूरा हो जाएगा।
10- उधमसिंह नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से 100 एकड़ में बनने वाले एम्स सेटेलाइट सेंटर की घोषणा की है। इसका निर्माण वर्ष 2023 में शुरू होगा। ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सेटेलाइट सेंटर के रूप में यह स्वास्थ्य केंद्र कार्य करेगा। जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी चल रहा है। इससे ऊधमसिंह नगर जिला मेडिकल हब बन सकता है।
11. पिथौरागढ़ में 69 करोड़ की लागत से बेस अस्पताल का निर्माण किया गया है जिसका 98 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। बेस अस्पताल को शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ समय पहले कार्मिकों के पदों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलते ही बेस अस्पताल शुरू हो जाएगा जिसका लाभ जिले की पांच लाख से अधिक की आबादी को मिलेगा। वड्डा के लेलू में स्पोर्ट्स कॉलेज का निर्माण कार्य चल रहा है जो 76 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है।
12-नैनीताल के गौला रोखड़ मेंसीवर ट्रीटमेंट प्लांट इस साल काम करना शुरू कर देगा। 28 एमएलडी के प्लांट में सीवर के पानी को साफ करके इसे गौला नदी में छोड़ा जाएगा। इसके तहत सीवर-पेयजल लाइनें, पार्किंग, बहुउद्देशीय भवन, ड्रेनेज सिस्टम आदि बनाया जाएगा। ठंडी सड़क पर नहर कवर कर पार्किंग बनाई जा रही है। फरवरी 2023 से इसे तैयार कर पार्किंग का काम शुरू हो जाएगा
13-बारह सौ करोड़ रुपये की लागत से बन रहा दिल्ली-दून इकोनॉमिक कॉरिडोर उत्तराखंड की तस्वीर बदल देगा।210 किमी लंबे एक्सप्रेसवे को दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाएगा। इससे दिल्ली से दून का सफर महज ढाई घंटे का रह जाएगा। वहीं, देहरादून से मसूरी तक रोपवे से मात्र 10 से 12 मिनट में जा सकेंगे। इससे न केवल कम समय में पर्यटक मसूरी पहुंचेंगे बल्कि जाम की समस्या भी खत्म होगी।