“कुमाऊं द्वार महोत्सव-2023” का आयोजन, मुख्यमंत्री धामी ने किया महोत्सव में प्रतिभाग

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में कृष्णा फाउंडेशन द्वारा आयोजित “कुमाऊं द्वार महोत्सव-2023” में प्रतिभाग किया। इस दौरान कुमाऊं और गढ़वाल के लोक कलाकारों द्वारा शानदार मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। 11 अप्रैल तक चलने वाले इस कुमाऊं महोत्सव द्वारा द्वार कुमाऊं द्वार महोत्सव में उत्तराखंड के स्थानीय लोक कलाकारों के द्वारा शानदार प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोक कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कराए गए इस कार्यक्रम को लेकर आयोजित समिति को धन्यवाद दिया और कहा कुमाऊं द्वार महोत्सव जैसे आयोजन देश व दुनिया को हमारी लोक विरासत, लोकगीत, लोक नृत्य के साथ संस्कृति के विविध आयामों से परिचित कराने में मददगार होते हैं और ऐसे आयोजनों से हमारी युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की ताकत को पहचाने तथा इसके विस्तार के लिये आगे आयें, साथ ही उत्तराखंडी लोक संस्कृति और लोक कला को बढ़ा रहे कलाकारों को भी सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की लोक कला और संस्कृति को पूरा देश और दुनिया में ले जाने वाले हमारे लोक गायकों को उचित मंच मिले इसके लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है और हमारी भाषा बोली को देश-दुनिया तक ले जाने वाले लोगों का हमेशा सम्मान किया जाएगा। उन्होंने कहा अपनी लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण तथा इसे बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत हैं। आपको बता दें इस दौरान एक युवा लोक गायक ने मुख्यमंत्री द्वारा बनाए गए सख्त नकल विरोधी कानून पर भी गाना गय जिसको सुनकर मुख्यमंत्री पर बेहद उत्साहित नजर आए और मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड की, पर्यटन व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण देश व दुनिया में विशिष्ट पहचान बनेगी । उन्होंने कहा उत्तराखण्ड देश और दुनिया का नम्बर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण शीघ्र ही वैश्विक पटल पर सबसे बड़े कल्चरल हब के रूप में जाना जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड की झांकी मानसखण्ड को प्रथम पुरस्कार मिलना प्रदेश की लोक संस्कृति का भी सम्मान है साथ ही उन्होंने सभी से अपनी लोक परंपराओं से जुड़ने का भी आहवान किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार पलायन जैसी समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं के हित में विभिन्न विभागों की स्वरोजगार परक नीतियां बनायी गई हैं हमारा प्रयास अपने युवाओं की क्षमता का उपयोग राज्य हित में किये जाने का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ’’वोकल फॉर लोकल’’ का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस मेले में प्रदर्शित उत्पाद इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष की संज्ञा दी है और इस महोत्सव में मोटे अनाज के कई स्टॉल भी लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री के इसी विजन के अनुरूप ही पौष्टिकता से भरपूर उत्तराखंड के मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में प्रदेशवासियों का निरंतर सहयोग मिल रहा है जिससे उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने की प्रेरणा प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समृद्धशाली उत्तराखंड के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में प्रत्येक स्थान पर होते रहें।


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