पिछले कुछ दिनों से मानसून की बारिश लगातार जारी है। मानसून की बारिश के बीच प्रदेश में जो हालात बने हैं उनको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमान खुद संभाल रखी है। भारी वर्षा के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आपदा की स्थिति उत्पन्न होने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां सभी जिलों के डीएम व एसएसपी को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। वहीँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभारी मंत्रियों को जिलों का दौरा कर प्रवास करने के निर्देश दिए थे, ताकि आपदा प्रबंधन एवं राहत बचाव कार्यों को बेहतर ढंग से चलाया जा सके। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद मंत्रियों ने अपने-अपने प्रभार वाले जिलों की दौड़ लगानी शुरू कर दी है। आज सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून के आपदा राहत कंट्रोल रूम पहुंचे। सीएम धामी ने अधिकारियों से प्रदेश के ताजा हालात के बारे में जानकारी ली।
#WATCH आपदा की स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनी हुई है। सभी जिलों को लोगों से भी बात हुई है। सभी अलर्ट मोड में हैं। सभी प्रकार की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं: आपदा परिचालन केंद्र के दौरे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, देहरादून pic.twitter.com/ukr31lrbcC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 18, 2023
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी रविवार से उधमसिंह नगर जिले के दौरे पर हैं, जबकि सुबोध उनियाल देहरादून के रायपुर क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। डॉ धन सिंह रावत पांच जिलों के दौरे पर रवाना हो गए हैं, जबकि सौरभ बहुगुणा मंगलवार (आज ) रुद्रप्रयाग जाएंगे। गौर हो कि शनिवार को मुख्यमंत्री धामी ने सभी मंत्रियों से अपेक्षा की कि वे अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास कर राहत एवं बचाव कार्यों को गति देना सुनिश्चित करें।
बता दें कि मानसून की बारिश के बीच प्रदेश में जो हालात बने हैं उनको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमान खुद संभाल रखी है। जहाँ वह वह लगातार बरसात से हुयी खराब स्थितियों का जायजा लेने धरातल पर जाते दिखाई दे रहे हैं वहीँ वह आपदा कंट्रोल रूम पहुंचकर त्वरित कार्यवाही के आदेश और हर परिस्थिति पर नज़रें बनाये हुए नजर आते हैं। प्रदेश में स्थितियां काबू में रहें इसके लिए वह हर तरह के प्रयाश करते दिखाई दिए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने एक बड़ा सन्देश मंत्रियों, विधायकों और अधिकारीयों के भी दिया है। जिससे की न केवल अधिकारी बल्कि जनप्रतिनिधि भी धरातल पर उतरकर राहत बचाव कार्यों में अपनी भूमिका निभाए और राज्यवासियों को ऐसा भी प्रतीत हो की सरकार उनके सुख दुःख में हमेशा उनके साथ खड़ी है।