साइबर ठगी के लिए विदेश में सिम भेजने वाला आरोपी मंगलौर से गिरफ्तार, बड़ा नेटवर्क हुआ बेनकाब

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उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक बड़े साइबर अपराध नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो भारत से विदेशों में फर्जी सिम कार्ड्स भेजकर साइबर ठगों की मदद कर रहा था। इस मामले में मंगलौर थाना क्षेत्र, हरिद्वार से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से 1,816 सिम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, दो बायोमेट्रिक डिवाइस और दो चेक बुक्स बरामद की गई हैं।

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(सांकेतिक) चित्र -ओम जोशी

गैंग का मास्टरमाइंड ग्रामीण इलाकों में जाकर महिलाओं को फर्जी सरकारी योजनाओं और गिफ्ट देने का लालच देता था। इसके बदले, महिलाओं से आधार कार्ड और बायोमेट्रिक जानकारी लेकर उनके नाम से सिम कार्ड्स एक्टिवेट किए जाते थे। इन सिम कार्ड्स को आरोपी दक्षिण एशियाई देशों जैसे थाईलैंड, कंबोडिया और म्यांमार भेजता था, जहां ये सिम कार्ड्स व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अकाउंट एक्टिवेट करने के लिए इस्तेमाल होते थे। इन फर्जी अकाउंट्स के जरिए साइबर ठग बड़ी संख्या में लोगों को ठगने के लिए विभिन्न योजनाओं का लालच देते थे।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

गैंग विदेशी साइबर अपराधियों को सिम कार्ड्स और ओटीपी (OTP) उपलब्ध कराता था। इसके बदले हर ओटीपी के लिए 3 से 50 रुपये तक की राशि ली जाती थी। विदेशी साइबर अपराधी भारतीय सिम कार्ड्स का इस्तेमाल करके व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर फर्जी अकाउंट्स बनाते थे, जिसके जरिए लोग ठगी का शिकार बनते थे।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

पीड़ितों को बड़े मुनाफे का लालच देकर वेबसाइट्स पर इन्वेस्टमेंट कराया जाता था। एक पीड़ित ने बताया कि उसे फेसबुक पर ‘कल्याणी’ नामक महिला ने संपर्क किया, जिसने खुद को मेटल एडवाइजर बताया। कल्याणी ने इन्वेस्टमेंट कर तीन गुना मुनाफा कमाने का झांसा दिया। पीड़ित ने शुरुआत में 10 हजार रुपये इन्वेस्ट किए, जिससे उसे 23 हजार रुपये मुनाफे के रूप में मिले। इसके बाद उसने और अधिक पैसे इन्वेस्ट किए, लेकिन उसे ठगी का एहसास तब हुआ जब वेबसाइट बंद हो गई और आरोपियों ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ठगी के अधिकतर सिम कार्ड्स मंगलौर क्षेत्र की महिलाओं के नाम पर हैं। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

यह मामला यह दिखाता है कि कैसे साइबर ठग भारतीय सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर विदेशों में लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस की तत्परता से इस मामले का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन यह घटना साइबर सुरक्षा की बढ़ती चुनौतियों की ओर भी इशारा करती है, जिसे ध्यान में रखते हुए और सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।


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