आज सुबह केदारनाथ धाम में एक बार फिरएवलांच की घटना देखने को मिली है, हालांकि कोई भी क्षति नहीं होने की सूचना है। इस दौरान लोग यहां वीडियो बनाने लगे। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के अनुसार, इस प्रकार की घटना उच्च हिमालय क्षेत्र में अक्सर होती रहती है।
सुबह 7:30 बजे केदारनाथ धाम में एक बार फिर हिमस्खलन की घटना घटी, केदारथान मंदिर के पीछे सुमेरु पर्वत से बर्फ पिघलकर बहने लगी ।जिसके बाद काफी देर तक बर्फ का गुबार देखने को मिला. जिसे देख श्रद्धालु घबरा गए, वहीँ कुछ लोग इस दौरान लोग यहां वीडियो बनाने लगे। जिस तरह से बर्फ का गुबार तेजी से नीचे की तरफ खिसक रहा था, उससे अनुमान लगाया गया कि काफी ऊंचाई से भारी मात्रा में नई बर्फ टूटकर गिरी है। गनीमत रही कि एवलांच केदारनाथ धाम से दूर होने के कारण जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
बता दें कि उच्च हिमालय क्षेत्र में अक्सर हिमस्खलन की घटनाएं होती हैं, 9 जून 2023 को केदारनाथ में चोराबाड़ी ग्लेशियर जोन में हिमस्खलन हुआ था। इससे काफी देर तक बर्फ का गुबार उठता रहा। इस दौरान केदारनाथ धाम में मौजूद कई श्रद्धालुओं ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया। इसी रास्ते से जून 2013 की आपदा में भी भारी मात्रा में मलबा और पानी आया था। बीते दस माह में हिमस्खलन (एवलांच) की यह पांचवीं घटना है। बीते वर्ष सितंबर-अक्तूबर में भी इसी क्षेत्र में एवलांच आया था। उस दौरान भी श्रद्धालुओं को नुकसान नहीं पहुंचने से प्रशासन ने राहत की सांस ली थी.बार-बार और जल्दी-जल्दी एवलांच आने पर पर्यावरण विशेषज्ञों की चिंताएं सामने आती रही हैं।