आज से उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा शुरू हो गयी है। यात्रा का विधिवत आगाज आज शनिवार को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ। जहां सीएम धामी आज खरसाली में माँ यमुना की डोली यात्रा में शामिल हुए वहीं उन्होंने गंगोत्री धाम पहुंचकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान आसमान से पुष्प वर्षा की गयी।
अक्षय तृतीया के अवसर पर आज शनिवार को गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए विधिवत हवन, पूजा-अर्चना, वैदिक मंत्रोच्चारण एवं धार्मिक रीति-रिवाज साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। गंगोत्री के कपाट 12:35 मिनट पर जबकि यमुनोत्री के कपाट 12:41 मिनट पर खुले। शुक्रवार को चारधाम यात्रा औपचारिक रूप से शुरू हुई जबकि यात्रा का विधिवत आगाज शनिवार दोपहर को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ।
इससे पूर्व शुक्रवार को मां गंगा की भोग मूर्ति को डोली में विराजमान किया गया और मुखबा गांव से डोली को जयकारों के साथ दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर आर्मी बैंड, ढोल दमाऊ और रणसिंगे के साथ गंगोत्री धाम के लिए रवाना किया गया। आज गंगोत्री धाम की पूजा में खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से संकल्प लिया। जबकि यमुनोत्री धाम में उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार शामिल हुई। पुष्प वर्षा के साथ सीएम धामी ने तीर्थयात्रियों का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर अब चारों धामों में प्रतिदिन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रखने के निर्णय को वापस ले लिया गया है। आपको बता दें कि सरकार ने चारों धामों में प्रतिदिन दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी थी। कुछ समय पहले तीर्थ पुरोहितों और चारधाम यात्रा मार्गों से जुड़े कारोबारियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर इस सीमा को हटाने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा काल में यात्रियों के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन व्यवस्था पूर्ववत रहेगी। यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। भीड़ नियंत्रण के लिए स्थानीय स्तर पर आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी। केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खोले जायेंगे।