बेंगलुरु हिंसा: दो की मौत, धारा,144 लागू 

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पूर्वी बेंगलुरु से एक बड़ी खबर आ रही है कि वहां कुछ इलाकों में मंगलवार (11 अगस्त) देर रात साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गई। जहाँ उग्र भीड़ ने दो पुलिस स्टेशन और कांग्रेस के एक विधायक के घर पर हमला कर दिया था जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी और फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गयी है और 60 पुलिसकर्मियों के घायल होने कि खबर है। पुलिस कमिश्नर के अनुसार सोशल मिडिया पर पोस्ट करने वाले को हिरासत में ले लिया गया है।

 

दरअसल एक युवक ने कथित तौर पर पैगंबर को लेकर अपमानजनक पोस्ट किया था, जिसकी प्रतिक्रिया में यह हिंसा हुई। करीब सौ की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य एक जगह जमा हुए और कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर पत्थर फेंके। इतना ही नहीं, डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन पर भी पथराव किया गया। मूर्ति उत्तरी बेंगलुरु के पुलकेशी नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस विधायक मूर्ति के भतीजे ने पैगंबर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने विधायक के घर तोड़फोड़ की। इस मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा, “मामले की जांच हो रही है, लेकिन तोड़फोड़ से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

अपने पैगंबर के कथित अपमान को लेकर विरोध-प्रदर्शन के दौरान गुस्साई भीड़ ने दोनों पुलिस थानों पर बोतल और पत्थर फेंके, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवक ने दावा किया है कि उसका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और उसने वह पोस्ट नहीं किया था, जिसे लेकर यह हिंसा हो रही है।

पुलिस के अनुसार उग्र भीड़ की मांग थी कि एफआईआर दर्ज की जाए और विधायक के भतीजे को फौरन गिरफ्तार किया जाए क्यूंकि उनके मुताबिक इससे उनकी धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने एक वीडियो जारी कर अपील की है कि वो शांति बनायें रखें और आश्वासन दिलाया की वो उनके साथ हैं और मामले में कार्रवाही की जाएगी।

वहीँ कर्नाटक के गृह मंत्री ने भी एक वीडियो सन्देश जारी किया और कहा कि….” आगजनी और हिंसा कानून के खिलाफ है। मामला चाहे जो हो भी हो ,कानून के दायरे में रहकर इसको सुलझाना है। मैंने पुलिस को शांति बहाली करने के आदेश दे दिया है। चाहे कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो ,हम लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि कड़ी कार्रवाही की जाए। जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा उसको कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।मई आपको भरोसा दिलाता हूँ की किसी को नहीं बख़्शा जायेगा”

खबर लिखे जाने तक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत हिंसा वाली जगह के लिए निकल गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से विधायक मूर्ति को पुलिस स्टेशन में रखा गया है, वहीँ हिंसा से बचाव के लिए कांग्रेस विधायक के घर को सुरक्षा घेरा में रखा गया है।


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