विवादों के साये में रहने वाले खानपुर विधायक कुंवर प्रणब सिंह चैंपियन की आखिरकार बीजेपी में वापसी हो ही गयी। यूँ तो विवादों और कुंवर प्रणव चैंपियन का चोली-दामन का साथ रहा है। विवादित बयानों और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज के कारण उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया था। मगर अब बतौर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के कहे अनुसार कि.. “निष्कासन के दौरान उनकी एक भी शिकायत नहीं आई है, इसलिए उन्हें एक मौका दिया जा रहा है”
गौरतलब है कि करीब एक साल पहले उनके वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसमें वह तमंचे पर डिस्को कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज में उन्होंने उत्तराखण्ड के लिए अपशब्द भी कहे थे। वहीं झबरेड़ा विधायक के साथ भी उनका विवाद चर्चाओं में रहा। वहीं दिल्ली में उत्तराखंड भवन में भी उन्होंने कुछ लोगों से अभद्रता की थी। जिसके बाद बीजेपी के ही अंदर कई लोगों ने उनका विरोध किया और कुछ लोगों ने कानूनी कार्रवाई की भी मांग की। चौतरफा विरोध के बाद भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया था। निष्कासन के बाद चैंपियन पार्टी में वापसी का प्रयास करते रहे और इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से भी लगातार मुलाकात की, जिसके बाद एक बार फिर पार्टी में उनकी वापसी हुई है।
बंशीधर भगत के बयान और चैंपियन की माफी के साथ ही इस मामले का पटाक्षेप होता नज़र आने लगा था, वहीँ चैंपियन की भाजपा में वापसी के बाद इस मुद्दे पर पार्टी के नेता दो गुटों में बंटते दिखाई देने लगे हैं जहां कुछ नेता इस फैसले की तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं कुछ नेता चैंपियन की वापसी का विरोध भी कर रहे हैं। मगर सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि भाजपा के साथ-साथ क्या प्रदेश की जनता ने भी उन्हें माफ कर दिया होगा?