बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के प्रचार का शोर थमा, सीमाएं हुई सील, 5 सितंबर को वोटिंग

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बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के प्रचार का शोर रविवार शाम पांच बजे थम गया। बागेश्वर उपचुनाव में रविवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने समर्थन जुटाने के लिए खूब जोर आजमाइश की। पांच सितंबर को होने वाले मतदान के लिए जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है।

5 सितंबर यानी कल बागेश्वर उपचुनाव के लिए वोटिंग है, प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री ने जनसभा कर भाजपा के लिए वोट मांगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काफलीगैर में चुनावी सभा को सम्बोधित कर भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और पूर्व मंत्री चंदन राम दास के सपनों को पूरा करने के लिए पार्वती देवी के पक्ष में मतदान की अपील की। मुख्यमंत्री ने धामी ने कहा कि बागेश्वर में चंदन राम दास के सपनों को अब पार्वती दास पूरा करेंगी। जल्द ही काफलीगैर में डिग्री कॉलेज का सपना पूरा होगा। सड़क, पेयजल, चिकित्सा आदि की व्यवस्था की जायेगी। सरयू घाट और बैजनाथ मंदिर का मंदिर माला मिशन में कायाकल्प हो रहा है। उन्होंने पार्वती दास को पहले से अधिक मतों से जिताने की अपील की।

वहीँ कांग्रेस नेताओं ने भी जनसंपर्क किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार के समर्थन में चामी क्वैराली में सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महंगाई और भरस्टचार के खिलाफ जंग लड़ रही है, उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों से जनता त्रस्त है।

बता दें की मतदान पांच सितंबर को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा। उपचुनाव में 118311 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 60028 पुरुष और 58283 महिला वोटर शामिल हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी लोग मतदान कर सकें इसके लिए मतदान तिथि को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीँ वोटिंग से पहले बीजेपी ने केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक को लेकर नाराजगी जताई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने केंद्रीय चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव पर्यवेक्षक को बदलने की मांग की है।


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