देवभूमि उत्तराखंड में इन दिनों लव जिहाद का शोर है, उत्तरकाशी के पुरोला में उपजे विवाद के बाद एक समुदाय विशेष के खिलाफ लोगों में आक्रोश लगातार बना हुआ है। उत्तराखंड सरकार की इस तरह की घटनाओं पर नज़र है और सरकार इससे सख्ती से निपटने जा रही है, इसे लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंभीर है। उन्होंने कहा है कि लव जिहाद और लैंड जिहाद को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सख्त है, लव जिहाद और लैंड जिहाद सरीखे मामलों में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश में पिछले दो-तीन महीनों में लव जिहाद की घटनाएं बढ़ी हैं। हालांकि लव जिहाद जैसे मामलों को लेकर राज्य के लोगों में जागरूकता बढ़ी है। यह भी देखने में आया जिन परिवारों में ऐसी घटनाएं हुईं, उन्होंने आगे आकर इसका प्रतिकार करना शुरू किया है। सरकार इस तरह के प्रकरणों पर सख्ती से काम करेगी और ऐसी घटनाओं को आगे नहीं बढ़ने देगी। उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून समेत विभिन्न जिलों में लव जिहाद की घटनाओं पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कोई सॉफ्ट टारगेट नहीं है, यहां लव जिहाद जैसी गतिविधियां नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने शुक्रवार को गृह और पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की और लव जिहाद की घटनाओं पर रिपोर्ट मांगी। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को सत्यापन अभियान को कड़ाई और तेजी के साथ चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अभियान समय-समय पर जारी रहे और यदि कोई संदिग्ध पकड़ में आए तो उसकी जांच करके सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, धर्मांतरण कानून लाने के बाद ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में जनसांख्यिकीय बदलाव हुआ है। राज्य में किसी भी तरह के संदिग्ध लोगों को आने से रोकने के लिए पुलिस को सत्यापन अभियान दोबारा चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लव जिहाद सरीखे मामलों में किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जाए और सख्त कार्रवाई हो।
वहीं लैंड जिहाद को लेकर भी मुख्यमंत्री पूरी तरह से सख्त नजर आये धामी ने कहा कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण बेहद गंभीर विषय है। कुछ लोग भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हम बार-बार कह चुके हैं कि लंबे समय से काबिज पुरानी बसावटों, खत्तों आदि को नियमित करने के लिए कैबिनेट की एक कमेटी बनाई गई है। लेकिन जिनके कारण डेमोग्राफी बदली है और कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सरकारी भूमि को प्रतीक स्थल के नाम पर कब्जाने का खेल नहीं चलेगा।
बता दें कि बीते 26 शुक्रवार को पुरोला नगर में रजाई गद्दे का काम करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी एक समुदाय विशेष का लड़का और उसका दोस्त एक नाबालिग को बहला फुसलाकर टैंपो में देहरादून ले जाने की फिराक में था उन्हें पुरोला पेट्रोल पंप पर स्थानीय युवाओं ने पकड़ लिया था। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ पोक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था।