मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है, जाता हुआ मानसून फिर बरसने को तैयार है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 11 से 14 सितंबर तक प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, चंपावत और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में तेज बारिश होने के आसार बने हैं।
उत्तराखंड में मानसून की विदाई की आधिकारिक तिथि 15 सितंबर है मगर मौसम विभाग ने प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। विभाग द्वारा जहाँ 12 और 13 सितंबर को दो दिनों के लिए पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिले में भी भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 14 सितंबर के दिन कुमाऊं के उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिले में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है।
जिला स्तरीय अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं तो वहीं मौसम विभाग ने ऐसे लोगों को विशेष तौर पर सलाह दी है, जो भूस्खलन वाले क्षेत्रों में रहते हैं या नदियों के किनारे रह रहे हैं। इसके अलावा और पहाड़ी जनपदों में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं या पर्यटकों को भी मौसम विभाग द्वारा एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
विक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र— “उत्तराखंड में मानसून की विदाई की आधिकारिक तिथि 15 सितंबर है। इससे पहले प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। 14 सितंबर तक संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को अधिक सतर्कता के साथ रहने की जरूरत है। जबकि आवश्यक न हो, तो यात्रा करने से भी बचें”