देहरादून/ उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया उर्फ घन्ना भाई का सोमवार को देहरादून स्थित श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में निधन हो गया। 72 वर्षीय घन्ना भाई पिछले कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे और डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा था। कार्डियक अरेस्ट के चलते उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से उत्तराखंड के कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

लंबे समय से अस्वस्थ थे घन्ना भाई—
प्रसिद्ध हास्य कलाकार घन्ना भाई को पूर्व में पेसमेकर लगाया गया था, जिसके बाद से वह नियमित रूप से हृदय संबंधी जांच के लिए अस्पताल जाते थे। दो महीने पहले, 5 नवंबर 2024 को, उनका प्रोस्टेट ऑपरेशन हुआ था। कुछ दिन पूर्व उन्हें यूरिन में ब्लड आने की समस्या हुई, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। हालात बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।

रामलीलाओं से शुरू हुआ सफर, उत्तराखंड के रंगमंच के बने चमकता सितारा—
1953 में पौड़ी जिले के गगोड़ गांव में जन्मे घन्ना भाई ने अपनी शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन में प्राप्त की। अभिनय के प्रति उनके रुझान ने उन्हें 1970 में रामलीलाओं में हास्य कलाकार के रूप में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया। इसके बाद उन्होंने 1974 में रेडियो और दूरदर्शन पर भी कई कार्यक्रम किए, जिससे उनकी पहचान घर-घर तक पहुंची।

गढ़वाली-कुमाऊंनी फिल्मों में हास्य का अनोखा अंदाज—
घनानंद ने उत्तराखंड की कई फिल्मों में अपने अभिनय से अमिट छाप छोड़ी। उनकी कुछ प्रमुख फिल्में इस प्रकार हैं:
- घरजवैं
- चक्रचाल
- बेटी-ब्वारी
- जीतू बगडवाल
- सतमंगल्या
- ब्वारी हो त यनि
- घन्ना भाई एमबीबीएस
- घन्ना गिरगिट
- यमराज

राजनीति में भी आजमाया हाथ—
घनानंद न केवल एक बेहतरीन हास्य कलाकार थे, बल्कि राजनीति में भी उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई। उन्होंने 2012 में भाजपा के टिकट पर पौड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली। 2022 के विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने टिकट के लिए दावेदारी की थी। इसके बाद वे भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में सक्रिय रहे।
उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद 'घन्ना भाई' जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें।
आपकी सरलता, मृदुता और अद्वितीय अभिनय शैली ने लोगों को न केवल… pic.twitter.com/BO2iv30Dna
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 11, 2025
उत्तराखंड में शोक की लहर, सीएम धामी समेत कई हस्तियों ने जताया दुख—
प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक जताते हुए लिखा—
“उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें। उत्तराखंड के फिल्म जगत में आपका योगदान अविस्मरणीय रहेगा।”
लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और एक पहाड़ी गीत के माध्यम से अपना शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा—
“अफु रवे भि होलू पर हमेशा हमथें हैंसाणु रै, पर आज हम सब्बू थें रूले गे…”

हास्य अभिनय का चमकता सितारा अस्त—
घन्ना भाई अपने अनोखे हास्य अंदाज से लोगों को हंसाने और गुदगुदाने की कला में माहिर थे। उन्होंने न केवल मंच पर बल्कि फिल्मों, टेलीविजन और रेडियो में भी अपनी पहचान बनाई। उनके निधन से उत्तराखंड ने एक अनमोल रत्न खो दिया है। कला प्रेमी उन्हें हमेशा याद रखेंगे।