मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन पर अडिग हैं। नवंबर 2021 में किसानों ने आंदोलन खत्म किया था, लेकिन दो साल बाद वह फिर सड़कों पर हैं। केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच वार्ता विफल हो गई है। देश की राजधानी दिल्ली में किसान अपने ट्रैक्टर ट्राली के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं। किसान आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। दिल्ली से सटे कई बॉर्डर को सील कर दिया गया है। इस बीच हर कोई यही जानना चाहता है कि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेता राकेश टिकैत कहां है? क्या वो ही इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं? आइए, विस्तार से जानते हैं।
एक बार फिर किसान आंदोलन कर रहे हैं। दो साल पहले दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का ऐतिहासिक आंदोलन हुआ था तब मोदी सरकार को किसानों के आगे घुटने टेकने पड़े थे और संसद से पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करना पड़ा था. 2021 के आंदोलन की तरह ही इस बार भी अपनी कई मांगों के लिए किसान विरोध प्रदर्शन के लिए उतर रहे हैं। खास तौर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि वह केंद्र सरकार को सिर्फ उनके दो साल पहले किए गए वादों को याद दिलाना चाहते हैं जो किसानों से आंदोलन वापस लेने की अपील करते हुए सरकार ने किए थे। वो वादे अबतक पूरे नहीं हुए हैं। सरकार ने एमएसपी पर गारंटी का वादा किया था। किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की बात कही थी।
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को देखते हुए राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यूपी, हरियाणा और दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है। मार्च को रोकने के मकसद से सिंघु और गाजीपुर सहित सारी सीमाओं को सील कर दिया है। अंबाला के पास शंभू में पंजाब से लगी सीमा सील कर दी गई।
किसानों के दिल्ली कूच से दो दिन पहले ही हरियाणा के 7 जिलों में इंटरेनट और एसएमएस सेवा बंद कर दी गई। हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिले में तीन दिन तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला हुआ है।
खबर है कि शंभू बॉर्डर पर कुछ नौजवानो ने पहले बैरिकेडिंग तोड़नी शुरू की उसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया। हरियाणा पुलिस ने बैरिकेडिंग हटाने के लिए मना किया था। उसके बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेता राकेश टिकैत ने 16 फरवरी को देश बंद का आह्वान किया है। इस बार वो अपना आंदोलन अलग चला रहे हैं. टिकैत आगे की रणनीति 16 फरवरी ही को बताएंगे।