तीर्थयात्रियों के लिए खुशखबरी है की उन्हें अब बद्रीनाथ से केदारनाथ जाने के लिए रुद्रप्रयाग जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। केंद्र सरकार दोनों धामों को जोड़ने के लिए सड़क बना रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने 248. 52 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को मंजूरी दे दी है। 900 मीटर लम्बी इस सुरंग को बनाने में करीब ढाई साल लगने का अनुमान जताया गया है। इसके साथ साथ अलकनंदा पर 200 मीटर लम्बा पुल भी बनाया जायेगा। इस योजना के अनुसार इसमें दस हजार कारों की क्षमता होगी जिसमे आने जाने के लिए अलग अलग रास्ते होंगे।
गौरतलब है कि वर्तमान में बद्रीनाथ से केदारनाथ जाने के लिए रुद्रप्रयाग से गुजरना होता है जिसमे तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग में जाम और रुद्रप्रयाग की संकरी और भीड़भरी सड़कों व गलियों से रूबरू होना ही पड़ता है जिस कारण उनका तीन से चार घंटे का समय खराब होता है। इस परियोजना की ख़ास बात यह है की इसके लिए न तो पर्यावरण विभाग की अनुमति चाहिए होगी और न भूमि अधिग्रहण की क्योंकि अधिकतर भूमि का इस्तेमाल वन विभाग की भूमि का होगा। वहीँ उत्तराखंड सरकार इस परियोजना के लिए पहले ही अपनी सहमति जता चुकी है।