उत्तराखंड में डेंगू संक्रमण की रोकथाम व नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन व रेखीय विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी ब्लड बैंकों को अलर्ट मोड़ पर रहने और डेंगू मरीजों को समय पर प्लेट्सलेट उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अलावा डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण को जनपद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने एवं लगातार मॉनिटिरिंग के निर्देश सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को दिये गये हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को अपने शासकीय आवास पर वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक की। डा. रावत ने डेंगू की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन व रेखीय विभागों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सूबे में डेंगू मरीजों के उपचार के लिये ब्लड व प्लेटलेट्स की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। इसके लिये सभी विभागीय अधिकारियों, निजी एवं सरकारी ब्लड बैंकों के संचालकों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं।
डा. रावत ने कहा कि प्रदेश में अब तक 2049 मामले आए हैं। जिनमें से 1625 स्वस्थ हो चुके हैं जो कि कुछ डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या का करीब 80 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आगामी डेढ़ माह तक डेंगू के खतरे की संभावना है, जिसको देखते हुए अधिक संवेदनशील जनपदों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को रेखीय विभागों के साथ तालमेल कर जन जागरूकता अभियान जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आम लोगों को भी डेंगू के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।
देश में हर साल सितंबर महीने में ही डेंगू अधिक फैलता है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में डेंगू कहर बरपा रहा है। उत्तराखंड में पिछले एक महीने से लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हरिद्वार, देहरादून और पौड़ी में डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।