उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर जारी: कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट, चारधाम यात्रा प्रभावित
देहरादून, 20 जुलाई 2025 — उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर विकराल रूप लेता दिख रहा है। मौसम विभाग ने रविवार से बुधवार तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य के कई हिस्सों में ऑरेंज और येलो अलर्ट प्रभावी हैं, वहीं चारधाम यात्रा और आम जनजीवन पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, 20 जुलाई को नैनीताल, चंपावत और ऊधम सिंह नगर जिलों में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश के आसार हैं, जिस पर ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इसी दिन देहरादून, पौड़ी, टिहरी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में येलो अलर्ट जारी है।
Weather forecast and Warning for Uttarakhand issued on 19.07.2025 pic.twitter.com/Ye0yVIPc4F
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) July 19, 2025
21 जुलाई को स्थिति और गंभीर हो सकती है। इस दिन हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जिले ऑरेंज अलर्ट की श्रेणी में रहेंगे, जबकि अन्य जिलों में येलो चेतावनी जारी की गई है।
22 जुलाई को राजधानी देहरादून और उत्तरकाशी में भारी बारिश की आशंका जताई गई है, जिसके चलते दोनों जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है। बाकी इलाकों में तेज बारिश के साथ 30 से 40 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
23 जुलाई को भी राज्य के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहने के आसार हैं। अनुमान है कि इसके बाद मौसम में कुछ राहत मिल सकती है।
लैंडस्लाइड और सड़कें बंद, 39 मार्ग बाधित
लगातार हो रही बारिश के चलते राज्यभर में 39 सड़कें बंद हैं, जिनमें से 34 सड़कें ग्रामीण क्षेत्रों की हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने जानकारी दी कि बंद मार्गों को खोलने के लिए प्रयास जारी हैं। कुछ इलाकों में मलबा और भूस्खलन के कारण सड़कें पूरी तरह अवरुद्ध हो गई हैं।
प्राकृतिक आपदाओं में अब तक 25 मौतें, 8 लापता
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, 1 जून से अब तक 25 लोगों की जान प्राकृतिक आपदाओं में जा चुकी है, जबकि 8 लोग लापता हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए एसडीआरएफ और पुलिस-प्रशासन की टीमें पहले से संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दी गई हैं।
चारधाम यात्रा पर असर, सतर्कता की अपील
भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है। कई मार्गों पर फिसलन और मलबा आने के कारण आवागमन बाधित है। पुलिस और प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करने की अपील की है।
बिजली और तेज हवाओं का भी अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश के दौरान कई क्षेत्रों में बिजली गिरने और 40–50 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जो जनसुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं।
सुझाव: मौसम की परिस्थितियों को देखते हुए नागरिकों से अपील है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
आपातकालीन सहायता के लिए: [स्थानीय आपदा नियंत्रण कक्ष का नंबर] पर संपर्क करें।