भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला भी मेहमान टीम के पक्ष में समाप्त हुआ। न्यूजीलैंड ने 3-0 से सीरीज जीतकर भारत को घरेलू मैदान पर करारी शिकस्त दी। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम मैच में न्यूजीलैंड ने भारत के सामने 147 रनों का आसान-सा लक्ष्य रखा, लेकिन भारतीय टीम 121 रन बनाकर ही ढेर हो गई। यह घरेलू मैदान पर भारत के लिए एक बेहद शर्मनाक हार मानी जा रही है, क्योंकि विदेशी धरती पर इस तरह की हार का सामना भारत ने 24 साल पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था।
भारतीय टीम की दूसरी पारी में शीर्ष क्रम पूरी तरह से ढह गया, और मात्र 29 रनों पर पांच विकेट गंवा दिए। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। रोहित दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ 29 रन बना सके, जबकि विराट कोहली दोनों पारियों में कुल 5 रन ही बना पाए। वहीं, न्यूजीलैंड के स्पिन गेंदबाज एजाज पटेल ने अपनी शानदार गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों की मुश्किलें बढ़ा दी। उन्होंने तीसरे टेस्ट में कुल 11 विकेट हासिल किए।
भारतीय टीम के लिए केवल ऋषभ पंत ने प्रतिरोध दिखाया, उन्होंने 57 गेंदों में 64 रन बनाए जिसमें 9 चौके और एक छक्का शामिल था। पंत ने मैच में आक्रामक खेल दिखाने की कोशिश की और टीम को जीत की ओर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन अंपायर के विवादित निर्णय के कारण वह आउट हो गए। थर्ड अंपायर ने डीआरएस में गेंद के पैड पर लगने का निर्णय लिया और पंत को आउट करार दिया गया, जिससे भारतीय टीम का आखिरी बचाव भी समाप्त हो गया।
यह भारत के लिए टेस्ट इतिहास का दूसरा ऐसा अवसर है जब उसे घरेलू मैदान पर क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इससे पहले 2000 में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 2-0 से हराया था। न्यूजीलैंड ने इस बार भारत में पहली बार तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। टीम इंडिया की इस हार ने उसके घरेलू मैदान पर नाबाद रहने के दावे पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
भारत की यह हार एक ऐसी निराशाजनक घटना है जिसे क्रिकेट प्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे। भारत के कई दिग्गज बल्लेबाजों का फॉर्म और टीम का संयोजन इस सीरीज में सवालों के घेरे में आ गया है।