नई दिल्ली/ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सीमापार आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया है। भारतीय सेना द्वारा इस अभियान को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सीमापार मौजूद आतंकवादी ढांचे को निष्क्रिय करना है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई “केंद्रित, सीमित और टालमटोल से परे” थी, जिसमें किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
पाकिस्तानी ठिकानों पर सटीक हमले, जैश और लश्कर के अड्डे निशाने पर
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात भारतीय सशस्त्र बलों ने बहावलपुर, मूरीदके, मुजफ्फराबाद और कोटली जैसे इलाकों में आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, इन हमलों में 90 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना है, हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि अभी शेष है।
गृह मंत्री की उच्च स्तरीय बैठक, सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन के बाद अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों के साथ बैठक की और छुट्टी पर गए कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए। जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
भारत की नीति स्पष्ट: आतंकवाद को नहीं दी जाएगी कोई जगह
भारत सरकार ने दो टूक कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई किसी राष्ट्र के खिलाफ नहीं, बल्कि सीमापार से संचालित आतंकी ढांचे के खिलाफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा की समीक्षा की गई और आने वाली रणनीतिक आवश्यकताओं पर चर्चा हुई।
पाकिस्तान का दावा और भारत की स्थिति
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि भारतीय वायुसेना के पांच विमानों को मार गिराया गया है और कुछ नागरिकों की मौत भी हुई है। हालांकि भारतीय सेना की ओर से इन दावों की पुष्टि नहीं की गई है। भारत का कहना है कि हमले में केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया और नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरती गई।
भारत का जवाब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक, लेकिन जिम्मेदार
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि देश अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और आतंकी हमलों का जवाब सटीक और सीमित तरीके से दिया जाएगा। साथ ही भारत यह सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य किसी संप्रभु देश की जनता नहीं, बल्कि आतंकवादी नेटवर्क हो।