वीरों को सलाम: ‘एक शाम सैनिकों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन 11 जून को नैनीताल राजभवन में

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नैनीताल, 11 जून/ उत्तराखण्ड, जिसे देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी कहा जाता है, एक बार फिर अपने जाँबाज सैनिकों के अदम्य साहस और सामाजिक योगदान को सम्मानित करने जा रहा है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह की पहल पर ‘एक शाम सैनिकों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन बुधवार, 11 जून को नैनीताल स्थित राजभवन में किया जाएगा।

यह कार्यक्रम उत्तराखण्ड के उन वीर सैनिकों और पूर्व सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने देश की सेवा में अद्वितीय योगदान दिया है। देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए बलिदान होने वाले हर पाँचवें सैनिक का उत्तराखण्ड से होना इस राज्य के सैन्य परंपरा की गहराई को दर्शाता है। यहां के युवा पीढ़ियों से सेना में सेवा को गौरव समझते हैं, और हर घर से कोई न कोई सपूत वर्दी पहन देश की सेवा में समर्पित होता है।

इस अवसर पर वीरता पदक से सम्मानित सैनिकों, सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पूर्व सैनिकों को राज्य की ओर से प्रशंसा पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह पत्र न केवल उनकी वीरता का सम्मान है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का संदेश भी होगा।

कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में और सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन राज्यपाल की उस अभिनव पहल का विस्तार है, जिसकी शुरुआत देहरादून में हुई थी और अब इसे कुमाऊँ मण्डल तक विस्तारित किया गया है।

राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा, “उत्तराखण्ड की मिट्टी में वीरता रची-बसी है। हमारे सैनिकों का बलिदान, पराक्रम और सेवा अतुलनीय है। यह कार्यक्रम हमारे उन योद्धाओं के प्रति कृतज्ञता अर्पित करने का एक विनम्र प्रयास है, जिन्होंने देश की रक्षा में सब कुछ न्यौछावर कर दिया।”

‘एक शाम सैनिकों के नाम’ निश्चित ही उत्तराखण्ड की गौरवशाली सैन्य परंपरा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला आयोजन बनेगा, और साथ ही युवाओं को राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देगा।


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