प्रयागराज/ महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की देर रात करीब 1:30 बजे भगदड़ मच गई, जिससे बड़ा हादसा हो गया। इस भगदड़ में अब तक 15 लोगों के हताहत होने की खबर है, जबकि कई श्रद्धालु घायल हुए हैं। प्रशासन ने तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
कैसे हुई भगदड़?—
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, संगम तट पर अमृत स्नान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। स्नान करने आ रहे और स्नान कर बाहर जा रहे लोगों की भीड़ के बीच अचानक अफरातफरी मच गई। किसी अफवाह के चलते लोग घबराकर भागने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। कुछ श्रद्धालु गिर गए और भीड़ उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ गई।
सेना और एनएसजी ने संभाला मोर्चा—
भगदड़ की सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बल सक्रिय हो गए। सेना और एनएसजी के जवानों ने राहत कार्य संभाल लिया है। 50 से अधिक एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ श्रद्धालुओं को बाइक और अन्य वाहनों से भी अस्पताल ले जाया गया।
स्नान जुलूस रोका गया, अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित किया—
भारी भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए निरंजनी अखाड़े ने अपने स्नान जुलूस को रोक दिया है। कई अन्य अखाड़ों ने भी अमृत स्नान को स्थगित करने का फैसला लिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि यदि हालात सामान्य हुए, तो स्नान फिर से शुरू किया जा सकता है, अन्यथा इसे निरस्त किया जाएगा।
मोबाइल नेटवर्क बाधित, श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी—
महाकुंभ मेले में मोबाइल नेटवर्क सेवा बुरी तरह प्रभावित हो गई है। श्रद्धालु अपनों से संपर्क करने के लिए परेशान दिखे। कॉलिंग और इंटरनेट सेवाएं बाधित होने से स्थिति और चिंताजनक हो गई।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से ली जानकारी—
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर चिंता जताते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और राहत कार्यों की जानकारी ली। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
हादसे पर राजनीति भी गरमाई—
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने हादसे को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्था को दर्शाता है। उन्होंने मांग की कि मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था की जाए।
श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील—
प्रयागराज प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और अफवाहों से बचें। प्रशासन की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास जारी हैं, लेकिन भारी भीड़ के कारण स्थिति संवेदनशील बनी हुई है।