आज रविवार को ब्रह्म मुहूर्त में 6:15 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण एवं विधि विधान के साथ बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खोल दिए गए हैं। ग्रीष्मकाल के छह माह अब श्रद्धालु भगवान बद्रीविशाल के दर्शन व पूजा अर्चना बद्रीनाथ मंदिर में कर सकेंगे।
कपाटोद्घाटन के अवसर पर मंदिर को भव्य रूप से गेंदे के फूलों से सजाया गया था। सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों एवं जय बद्रीविशाल के जयकारों के साथ देश-विदेश से आये हजारों श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने। बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही जय बदरीनाथ के जयघोष से धाम गुंजायमान हो उठा। धाम में पहली पूजा और महाभिषेक पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से किया गया। उनकी ओर से विश्व कल्याण और आरोग्यता की भावना से पूजा-अर्चना एवं महाभिषेक समर्पित किया गया। श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही चारधाम की यात्रा विधिवत शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि 3 मई को श्री गंगोत्री व श्री यमुनोत्री धाम औऱ 6 मई को श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ के लिए खोले गए। पिछले दो साल कोविड के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही। लेकिन इस बार कपाट खुलने के दौरान से ही भारी संख्या में श्रद्धालु व भक्तगण चार धामों में पहुंचे है तथा यह सिलसिला लगातार जारी है।
इससे पूर्व गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हुआ था। इसके बाद छह मई को बाबा केदारनाथ के कपाट सुबह 06 बजकर 25 मिनट पर खोले गए। आज भगवान बदरीनाथ के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं।
इस अवसर पर श्री badrinath dham के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी,नायब रावल श्री अमरनाथ नंबूदरी,धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल,बद्री केदार मंदिर सामिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, विधायक बद्रीनाथ राजेन्द्र भंडारी,पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट, डीजीपी अशोक कुमार,आशुतोष डिमरी, वीरेंद्र असवाल,हरीश सेमवाल,जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, एसपी श्वेता चौबे, सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।