आपका नया सफर अब हिचकोले खाने जा रहा है। जी हाँ, यात्रियों को महंगाई का झटका लगने जा रहा है। आखिरकार दो साल के बाद राज्य परिवहन प्राधिकरण ने उत्तराखण्ड में यात्री वाहनों और माल भाड़ा वाहनों का किराया बढ़ा दिया है। अब सार्वजनिक यात्री वाहन बस, टैक्सी, मैक्सी आदि किराया 23 फीसदी और माल भाड़ा के लिए अब से प्रति कुंतल 40 फीसदी अधिक पैसा चुकाना होगा।
राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक के बाद शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय ने सभी तरह के वाहनों के किराये की नई दरें जारी कर दीं। 18 फरवरी 2020 के बाद शुक्रवार को दरों में बढ़ोतरी हुई है। रोडवेज बसों और निगम या पालिका से बाहर चलने वाली सामान्य बसों के लिए मैदानी मार्गों पर किराया 105 पैसे से बढ़ाकर 128 पैसे और पर्वतीय मार्गों पर 150 पैसे से बढ़ाकर 183 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति सवारी कर दिया गया है। जबकि तीन बाई दो सिटिंग ऐसी नॉन डीलक्स बस का किराया मूल दर का 1.25 गुना अधिक होगा। जबकि दो बाई दो सिटिंग एसी डीलक्स बस में यह किराया मूल दर से 1.90 गुना अधिक होगा। इसी प्रकार सुपर लग्जरी कोच में सफर के लिए मूल किराया दर से तीन गुना अधिक किराया देना होगा।
इसी प्रकार चारधाम यात्रा रूट पर चलने वाली 20 सीटों तक की बसों का किराया 55 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है तो वहीँ सिटी बसों का किराया सात रुपये से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति दो किलोमीटर कर दिया गया है। जबकि ऑटो का किराया शुरुआती दो किलोमीटर के लिए 50 से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया। पांच से सात सवारी क्षमता वाले टैंपो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 50 रुपये कर दिया गया है जो पहले 40 रुपये था। ई-रिक्शा का किराया 12 रुपये प्रति किमी किराया तय किया गया है।