देहरादून/ राजभवन में शुक्रवार से तीन दिवसीय वसंतोत्सव-2025 (पुष्प प्रदर्शनी) का भव्य शुभारंभ राज्यपाल द्वारा किया गया। इस उत्सव में रंग-बिरंगे फूलों की प्रदर्शनी देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ रहे हैं। पहले दिन दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक और आठ व नौ मार्च को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक जनसामान्य के लिए निशुल्क प्रवेश की सुविधा दी गई है।

165 पुरस्कारों के साथ होंगी 15 मुख्य प्रतियोगिताएं—
वसंतोत्सव के तहत आयोजित पुष्प प्रदर्शनी में 15 मुख्य प्रतियोगिताओं की 55 उप-श्रेणियां रखी गई हैं। इनमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। निर्णायक मंडल द्वारा चयनित विजेताओं को नौ मार्च को कुल 165 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

तकनीक के साथ नए आयाम: एआई आधारित गणना और ऑनलाइन पंजीकरण—
इस वर्ष राज्यपाल के निर्देशन में वसंतोत्सव में कई नई पहल की गई हैं। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा एआई एप्लिकेशन विकसित किया गया है, जिसके तहत राजभवन के मुख्य द्वार पर एआई-इनेबल कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे आगंतुकों की गणना करेंगे।
इसके अलावा, वसंतोत्सव में आने वाले लोग वेबसाइट www.vmsbutu.it.com पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद आगंतुकों के लिए आई-कार्ड जनरेट होगा, हालांकि यह रजिस्ट्रेशन ऐच्छिक होगा।
वहीं, आईटीडीए की ओर से फीडबैक सिस्टम के लिए क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिससे आगंतुक अपने अनुभव और सुझाव साझा कर सकते हैं। यह पहल वसंतोत्सव को और अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाने के लिए की गई है।

यातायात प्लान जारी, कई मार्गों में बदलाव—
वसंतोत्सव के दौरान न्यू कैंट रोड स्थित राजभवन के आसपास यातायात को सुचारू रखने के लिए पुलिस ने यातायात प्लान लागू किया है। कैंट क्षेत्र में कई मार्ग परिवर्तित रहेंगे—
- अधिकारियों के वाहन शौर्य स्थल के पास खाली मैदान में पार्क कराए जाएंगे।
- आगंतुकों के निजी वाहन एनेक्सी तिराहा से आठवीं गढ़वाल राइफल के फुटबॉल ग्राउंड में पार्क होंगे।
- बिंदाल और गढ़ी कैंट से आने वाले वाहन महिंद्रा पार्क में खड़े कराए जाएंगे।
- बीजापुर गेस्ट हाउस की ओर वन-वे ट्रैफिक रहेगा।
यात्रियों की सुविधा के लिए महिंद्रा ग्राउंड और आरटी ग्राउंड से शटल सेवा भी उपलब्ध होगी।

वसंतोत्सव-2025: पुष्प प्रेमियों के लिए अनूठा अनुभव—
वसंतोत्सव-2025 न केवल फूलों के प्रेमियों के लिए एक अद्भुत आयोजन है, बल्कि यह तकनीकी नवाचार और प्रबंधन के नए आयाम भी स्थापित कर रहा है। इस उत्सव का उद्देश्य प्रकृति प्रेम को बढ़ावा देना और देहरादून में सांस्कृतिक समृद्धि को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।