रिपोर्ट: The Mountain Stories
लॉर्ड्स मैदान पर इतिहास रचते हुए दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का खिताब जीत लिया है। फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने पांच विकेट से ऑस्ट्रेलिया को हराकर न सिर्फ पहली बार WTC ट्रॉफी अपने नाम की, बल्कि 27 साल बाद किसी भी ICC खिताब पर कब्जा जमाया। इससे पहले अफ्रीकी टीम ने 1998 में अपनी पहली और एकमात्र ICC ट्रॉफी जीती थी।
टेंबा बावुमा बने ‘अजेय कप्तान’, तोड़ा 104 साल पुराना रिकॉर्ड
इस ऐतिहासिक जीत के साथ कप्तान टेंबा बावुमा ने एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वे टेस्ट क्रिकेट इतिहास के पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने लगातार 9 टेस्ट मैचों में टीम को जीत दिलाई और एक भी हार नहीं झेली। इससे पहले 1920-21 में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान वारविक आर्मस्ट्रांग ने 10 टेस्ट की कप्तानी में 8 जीत दर्ज की थीं, लेकिन बावुमा ने उन्हें पीछे छोड़ दिया।
रोमांचक मुकाबले का लेखा-जोखा
-
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 212 रन बनाए, जिसमें स्टीव स्मिथ (66) और ब्यू वेबस्टर (72) की अहम पारियां रहीं।
-
साउथ अफ्रीका की पहली पारी 138 रनों पर सिमट गई, बावुमा ने 36 रन बनाए और डेविड बेडिंगम ने 45 रनों का योगदान दिया।
-
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 207 रन बनाकर साउथ अफ्रीका को 282 रनों का लक्ष्य दिया।
दूसरी पारी में चमके मार्करम और बावुमा
साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी में एडन मार्करम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 136 रन बनाए। वहीं कप्तान टेंबा बावुमा ने संयमित अंदाज़ में 66 रनों की पारी खेली और दोनों ने मिलकर शतकीय साझेदारी की, जिसकी बदौलत टीम ने चौथे दिन के पहले सत्र में ही जीत हासिल कर ली।
रबाडा की गेंदबाजी का कहर
कगिसो रबाडा ने पूरे मैच में कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने पहली पारी में 5 और दूसरी में 4 विकेट झटककर कुल 9 विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को उभरने का मौका नहीं मिला। उनके अलावा मार्को यानसेन और लुंगी एनगिडी ने 3-3 विकेट लिए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टार्क और कमिंस ने किया संघर्ष
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने दूसरी पारी में नाबाद 58 रन बनाए और 3 विकेट भी झटके। पैट कमिंस ने पहली पारी में 6 विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की कमर तोड़ दी थी, लेकिन दूसरी पारी में उन्हें सिर्फ 1 विकेट मिला।
साउथ अफ्रीका के लिए यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि आईसीसी टूर्नामेंटों में भरोसे की वापसी है। टेंबा बावुमा की शांत लेकिन मजबूत नेतृत्व क्षमता, मार्करम की क्लासिक बल्लेबाजी और रबाडा की धारदार गेंदबाजी ने इस जीत को यादगार बना दिया।
27 साल बाद आईसीसी खिताब जीतने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने लॉर्ड्स में इतिहास रच दिया — और क्रिकेट जगत को एक नया चैम्पियन मिल गया।