जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन पर्यटकों के लिए खुला, 15 नवंबर से ढिकाला जोन में शुरू होगी डे सफारी, देसी-विदेशी पर्यटकों में दिखा उत्साह

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रामनगर, उत्तराखंडमानसून के बाद विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी जोन को मंगलवार की सुबह पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। मानसून के चलते 30 जून को बंद हुआ यह जोन 15 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से पुनः सफारी के लिए चालू कर दिया गया। इस अवसर पर रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक राहुल मिश्रा, और भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मदन जोशी ने पूजा-अर्चना कर, हरी झंडी दिखाते हुए पर्यटकों की जिप्सियों को जंगल सफारी के लिए रवाना किया।

30 जिप्सियों में सवार होकर पर्यटक हुए रवाना
चित्र साभार – सोशल मीडिया

30 जिप्सियों में सवार होकर पर्यटक हुए रवाना—

पहले दिन सुबह की पाली में 30 जिप्सियों में सवार होकर सैकड़ों पर्यटक जंगल सफारी के रोमांच का अनुभव करने पहुंचे। पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने जानकारी दी कि बिजरानी जोन की एडवांस बुकिंग पहले से ही एक महीने के लिए पूरी तरह भरी हुई है। पर्यटक यहां की जैव विविधता और वन्यजीवों के दर्शन के लिए बेहद उत्साहित नजर आए। सफारी के दौरान, देसी और विदेशी पर्यटकों ने बड़ी उत्सुकता के साथ जंगल की सैर का आनंद लिया।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

ढिकाला जोन 15 नवंबर से खुलेगा—

बिजरानी जोन के बाद अब जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन जोन, ढिकाला, को 15 नवंबर से पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। इसी दिन से पर्यटक पार्क के अलग-अलग जोनों में बने कक्षों में रात्रि विश्राम का आनंद भी उठा सकेंगे। मानसून सीजन की समाप्ति के बाद पार्क के विभिन्न जोन धीरे-धीरे पर्यटकों के लिए खुल रहे हैं, जिससे पर्यटन उद्योग को भी एक नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों की विविधता का अनुभव—

बिजरानी जोन की खूबसूरती और वन्यजीवों की विविधता का अनुभव करने के लिए पर्यटक उत्सुक दिखाई दिए। सफारी के दौरान पर्यटकों को हाथी, चीतल, सांभर, जंगली सूअर, और अगर भाग्य अच्छा रहा तो बाघ के भी दर्शन हो सकते हैं। इस जोन के रेंजर भानु प्रकाश हरबोला और वन कर्मियों ने पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा।

चित्र साभार – सोशल मीडिया

बिजरानी जोन का यह उद्घाटन स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देता है। हर साल लाखों पर्यटक यहां की जैव विविधता और वन्यजीवों का लुत्फ उठाने आते हैं। इस बार भी बिजरानी जोन के खुलने के साथ, उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।


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