उत्तराखंड सरकार ने टिहरी झील को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। टिहरी बाँध जलाशय लगभग 42 वर्ग कि.मी. में फैला है ,वहीँ सरकार की योजना है कि इस झील को सवारने के लिए 234 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड विकसित करने जा रही है जिससे की इस झील को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके। इस पर 3400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए मुख्य सचिव ने रिंग रोड की समीक्षा के बाद जल्द फिजिबिलिटी और वायबिलिटी रिपेार्ट तैयार किए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि इस आउटर रिंग रोड से रोड कनेक्टिविटी को मजबूत किया जाएगा। रिंग रोड के लिए टिहरी डैम होते हुए टिपरी से चाह गडोलिया, पिलखी, घनसाली, सेंदुल से पिपोला तक 66.4 किमी सड़क का विस्तारीकरण होगा। पिपोला से घोंटी पुल होते हुए म्यूड़ा तक 16 किमी नई सड़क बनेगी। छह मीटर चौड़ी डबल लेन रिंग रोड के एक किनारे फुटपाथ, साइकिल ट्रेक, सड़क के बीच में डिवाइडर पर ग्रीन बेल्ट विकसित होगी। घनसाली, सेंदुल, जलकुर और भौंगा में 36-36 मीटर स्पान के पुल बनेंगे।
मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं में सम्मिलित यह एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। उन्होंने इस सम्बन्ध में फीजिबिलिटी स्टडी एवं वायबिलिटी स्टडी शीघ्र करवा कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टिहरी झील को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए सभी सम्बन्धित विभागों को हर सम्भव प्रयास करने होंगे।
वहीँ बैठक में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर बताते हैं कि टिहरी बाँध जलाशय लगभग 42 वर्ग कि.मी. में विस्तारित है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रिंग रोड की कुल लम्बाई 234.60 कि.मी. है। टिहरी झील को देखने के लिए वर्षभर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। रिंग रोड के निर्माण सहित जलाशय के चारों ओर पर्यटन विकास हेतु आवश्यक मूल-भूत ढांचागत सुविधाओं के विकास से इस क्षेत्र के आस-पास के कई गांव तथा आबादी क्षेत्र प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। यह रिंग रोड भविष्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में कारगर सिद्ध होगी।
इस आउटर रोड के जरिए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटकों के लिहाज से ही सड़क विकसित होगी। सड़क किनारे पेट्रोल पंप, पार्किंग, होटल, ढांबे, व्यू प्वाइंट, शौचालय की सुविधा दी जाएगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस सड़क को लेकर सभी कागजी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।