केंद्र सरकार ने 26 दवाओं को ‘आवश्यक’ सूची से हटा दिया है। इनमें कई सारी मेडिसिन ऐसी भी हैं, जो लोग बिना डॉक्टरों की सलाह से ले रहे हैं और ये दवाएं कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी कर सकती है। केंद्र सरकार ने कैंसर होने की चिंता को लेकर लोकप्रिय एंटासिड सॉल्ट रैनिटिडिन को आवश्यक दवाओं की सूची से हटा दिया है। रैनिटिडीन लोकप्रिय रूप से एसीलोक, ज़िनेटैक, और रैंटैक ब्रांड नामों के तहत बेची जाती है, और आमतौर पर पेट दर्द से संबंधित समस्या के लिए इस दवा को लिया जाता है।
मंगलवार को सूची जारी करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची 2022 जारी की। इसमें 27 श्रेणियों में 384 दवाएं शामिल हैं। कई एंटीबायोटिक्स, टीके, कैंसर रोधी दवाएं तथा कई अन्य महत्वपूर्ण दवाएं और सस्ती हो जाएंगी एवं मरीजों का खर्च घटेगा।”
हालांकि आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची में इवरमेक्टिन, मुपिरोसिन जैसी कुछ संक्रमण रोधी दवाओं और निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी समेत 34 दवाओं को शामिल किए जाने के साथ अब इसमें कुल दवाओं की संख्या 384 हो गई है। अंतस्रावी दवाएं और गर्भनिरोधक फ्लूड्रोकोर्टिसोन, ओरमेलोक्सिफेन, इंसुलिन ग्लरगाइन और टेनेनिग्लिटीन को सूची में जोड़ा गया है। श्वसन तंत्र की दवा मॉन्टेलुकास्ट, और नेत्र रोग संबंधी दवा लैटानोप्रोस्ट का नाम सूची में है। हृदय और रक्त नलिकाओं की देखभाल में उपयोग की जाने वाली दवा डाबीगट्रान और टेनेक्टेप्लेस के अलावा अन्य दवाओं ने भी सूची में जगह बनाई है। कई एंटीबायोटिक्स, टीके और कैंसर रोधी दवाएं सूची में शामिल होने से और अधिक सस्ती हो जाएंगी।
इन 26 दवाओं को हटाया गया—
1. अल्टेप्लेस
2. एटेनोलोल
3. ब्लीचिंग पाउडर
4. कैप्रोमाइसिन
5. सेट्रिमाइड
6. क्लोरफेनिरामाइन
7. दिलोक्सैनाइड फ्यूरोएट
8. डिमेरकाप्रोलो
9. एरिथ्रोमाइसिन
10. एथिनिल एस्ट्राडियोल
11. एथिनिल एस्ट्राडियोल (ए) नोरेथिस्टरोन (बी)
12. गैनिक्लोविर
13. कनामाइसिन
14. लैमिवुडिन (ए) + नेविरापीन (बी) + स्टावूडीन (सी)
15. लेफ्लुनोमाइड
16. मेथिल्डोपा
17. निकोटिनामाइड
18. पेगीलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा 2ए, पेगीलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा 2बी
19. पेंटामिडाइन
20. प्रिलोकेन (ए) + लिग्नोकेन (बी)
21. प्रोकार्बाज़िन
22. रैनिटिडीन
23. रिफाब्यूटिन
24. स्टावूडीन (ए) + लैमिवुडिन (बी)
25. सुक्रालफेट
26. सफेद पेट्रोलेटम