अप्रैल की बारिश ने मचाई तबाही: उत्तराखंड में अचानक बदला मौसम, ओलावृष्टि और तेज हवाओं से जनजीवन अस्त-व्यस्त

Our News, Your Views

चमोली/देहरादून / 10 अप्रैल 2025 उत्तराखंड में जहां एक ओर लोग भीषण गर्मी और हीटवेव से परेशान थे, वहीं दूसरी ओर बुधवार को अचानक मौसम ने करवट ली और तेज बारिश व ओलावृष्टि ने तबाही मचा दी। खासतौर पर चमोली जिले के थराली क्षेत्र में तेज बारिश और हेलस्टॉर्म (Hailstorm) ने एक बार फिर फ्लैश फ्लड जैसी स्थिति पैदा कर दी।

चमोली में तबाही का मंजर: पानी घरों में घुसा, गाड़ियां मलबे में दबीं

बुधवार शाम करीब 4 बजे थराली क्षेत्र में घने बादल छा गए और तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। पानी इतनी तेजी से बहा कि कई घरों में बरसाती पानी घुस गया और पहाड़ी से आया मलबा दो गाड़ियों पर गिर पड़ा। राहत की बात ये रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

स्थानीय प्रशासन और SDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू कर दिए। तहसीलदार अक्षय पंकज ने जानकारी दी कि फिलहाल किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इलाके में सतर्कता बढ़ा दी गई है।

अंधेरे में डूबा थराली, टॉर्च लेकर निकलते दिखे ग्रामीण

लगभग डेढ़ घंटे तक लगातार हुई बारिश के चलते पिंडर नदी सहित कई गदेरे उफान पर आ गए। शाम के समय अचानक छाए अंधेरे के कारण ग्रामीणों को टॉर्च की रोशनी में आवागमन करना पड़ा। बाजार क्षेत्र में नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

प्रदेशभर में मौसम का बदला मिजाज, कई जिलों में असर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण हुआ है। राज्य में 9 से 12 अप्रैल के बीच तेज बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है।
डॉ. बिक्रम सिंह के अनुसार, खासतौर पर देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में इसका प्रभाव अधिक दिख सकता है। प्लेन क्षेत्रों के लिए 40 किमी/घंटा की हवाओं के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और अल्मोड़ा में भी झमाझम बारिश

  • उत्तरकाशी में अचानक तेज बारिश और हवाओं ने लोगों को गर्मी से राहत दी।

  • रुद्रप्रयाग में तिलवाड़ा, गुप्तकाशी और रामपुर क्षेत्रों में जोरदार बारिश से जल संकट और धुंध से राहत मिली।

  • अल्मोड़ा में आंधी और ओलावृष्टि से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया।

चौकुटिया में फसलें बर्बाद होने की आशंका

चौकुटिया क्षेत्र में भी तेज हवाओं और ओलावृष्टि ने गेहूं, आलू और लहसुन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचाया है। किसानों ने चिंता जताई है कि यदि बारिश का यह दौर आगे भी जारी रहा, तो फसलें पूरी तरह नष्ट हो सकती हैं।

उत्तराखंड में अप्रैल की यह अनपेक्षित बारिश और बदलता मौसम एक चेतावनी है कि जलवायु परिवर्तन (Climate Change) अब हमारे दैनिक जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। प्रशासन और नागरिकों दोनों को अलर्ट रहना जरूरी है।
मौसम विभाग की अपडेट्स पर नज़र रखें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में SDRF या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।


Our News, Your Views