तेज बारिश से तबाही: चमोली की निजमुला घाटी और सेरा गांव में जनजीवन अस्त-व्यस्त, 74 सड़कों पर मलबा, बाढ़ का अलर्ट जारी
चमोली, उत्तराखंड/ राज्य में लगातार हो रही तेज बारिश ने चमोली जिले में भारी तबाही मचाई है। निजमुला घाटी के गाड़ी गांव और सेरा गांव में हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं। एक ओर जहां निजमुला घाटी में बिजली, पानी और पैदल रास्ते पूरी तरह ठप हो गए हैं, वहीं सेरा गांव में मलबा घरों में घुस गया है और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों में बाढ़ की चेतावनी भी जारी की है।
निजमुला घाटी में जनजीवन ठप, 13 गांव अंधेरे में
निजमुला घाटी के गाड़ी गांव में मंगलवार रात हुई मूसलधार बारिश ने गांव का मुख्य पैदल रास्ता पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। इसके ठीक ऊपर बसा नेत्र सिंह का आवासीय मकान खतरे की जद में आ गया है। इसके साथ ही गांव की पेयजल लाइन का मुख्य स्रोत और तोली, ननाली तथा नेवा तोक को जोड़ने वाली अन्य पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे ग्रामीणों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो गया है।
तोली तोक के पास एक बड़ा पेड़ गिरने से 33 केवी की विद्युत लाइन टूट गई, जिससे निजमुला घाटी के 13 से अधिक गांवों की बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई है। बिरही-निजमुला सड़क मार्ग भी काली चट्टान और तौली तोक के पास मलबे से अवरुद्ध हो गया है, जिसे खोलने का कार्य जिला प्रशासन द्वारा शुरू कर दिया गया है।
सेरा गांव में भी नुकसान, जिलाधिकारी ने दिए राहत के निर्देश
चमोली जिले के सेरा गांव में भी मंगलवार रात अतिवृष्टि ने तबाही मचाई। दो गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं और कुछ घरों में मलबा घुस गया। इस घटना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने तहसील प्रशासन को मौके पर भेजा। उन्होंने प्रभावितों को तुरंत राहत पहुंचाने और ज़रूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य भर में 74 सड़कें बंद, राष्ट्रीय राजमार्ग भी प्रभावित
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार भारी बारिश और मलबा आने से प्रदेशभर में कुल 74 सड़कें बंद हो गई हैं। इनमें उत्तरकाशी में एक राष्ट्रीय राजमार्ग, रुद्रप्रयाग में 5, चमोली में 21, टिहरी में 8, पौड़ी में 6, देहरादून में 4, बागेश्वर में 8, अल्मोड़ा में 3, पिथौरागढ़ में 9, नैनीताल में 1 और चंपावत में 1 सड़क शामिल है। ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग औजरी के पास अब भी अवरुद्ध है।
बाढ़ का पूर्वानुमान, जिलों को अलर्ट पर रखा गया
मौसम विज्ञान विभाग (हाइड्रोमेट डिवीजन, नई दिल्ली) ने राज्य में भारी बारिश के कारण बाढ़ की आशंका जताई है। राज्य आपातकालीन केंद्र ने अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों को अलर्ट रहने और स्थानीय स्तर पर सुरक्षा उपायों को सक्रिय रखने के निर्देश दिए हैं।
सावधानी और सतर्कता जरूरी:
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अत्यधिक बारिश के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से बचें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें। आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।