देहरादून, 21 जनवरी/ उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डॉ. नितिन उपाध्याय ने आज पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ से पुलिस मुख्यालय में मुलाकात की। उन्होंने उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए चल रही गतिविधियों और नई फिल्म नीति 2024 की जानकारी दी।

डॉ. उपाध्याय ने बताया कि फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने में पुलिस विभाग की अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिल्म निर्माण प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए हर जनपद में पुलिस विभाग द्वारा एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिससे फिल्म निर्माताओं को अनुमति प्रक्रिया में सुगमता हो रही है। उत्तराखण्ड की शांतिपूर्ण और आकर्षक वातावरण के साथ-साथ बेहतर कानून व्यवस्था से देश-विदेश के फिल्म निर्माता प्रभावित हो रहे हैं और राज्य को एक पसंदीदा फिल्म निर्माण स्थल के रूप में देख रहे हैं।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ ने नई फिल्म नीति की सराहना की और पुलिस विभाग द्वारा फिल्म निर्माताओं को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को आदर्श फिल्म-फ्रेंडली डेस्टिनेशन बनाने के लिए पुलिस विभाग हर प्रकार से तत्पर रहेगा।

श्री सेठ ने बताया कि जल्द ही पुलिस अधीक्षकों, जनपदीय नोडल अधिकारियों और फिल्म विकास परिषद के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में फिल्म शूटिंग से जुड़ी अनुमति प्रक्रिया और पुलिस विभाग की भूमिका पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुलाकात के दौरान, डॉ. उपाध्याय ने पुलिस महानिदेशक को उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद का स्मृति चिन्ह और नई फिल्म नीति 2024 की पुस्तिका भेंट की।
उत्तराखण्ड की इस पहल से राज्य में फिल्म निर्माण को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जो पर्यटन और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहित करेगा।