उत्तराखंड के सबसे बड़े हवाई अड्डे देहरादून स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय हवाई उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसको लेकर उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) से तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि राज्य सरकार पिछले लंबे समय से प्रयास कर रही है कि उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू की जाए।
यूकाडा के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी दयानंद सरस्वती बताते हैं कि बड़े विमान के लिए रनवे की कमी को पूरा करने के लिए जो अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता है उसके लिए देहरादून एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की कवायद चल रही है।
गौर हो कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरपोर्ट की रनवे लेंथ कम से कम से कम 3500 मीटर (3 किमी) होनी ही चाहिए. जबकि उत्तराखंड में मौजूद सबसे बड़े और सबसे बिजी जौलीग्रांट एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई मात्र 2000 मीटर (2 किमी) है, जो कि केवल डोमेस्टिक फ्लाइट्स (घरेलू उड़ान) के लिए पर्याप्त है और अभी भी 900 मीटर रनवे विस्तारीकरण की जरूरत है।
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर का कहना है कि विभागीय स्तर पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देहरादून की ओर रिहायशी क्षेत्र में एक सर्वे भी करवाया गया है। एयरपोर्ट एक्सटेंशन की फिजिबिलिटी का परीक्षण करवाए जाने की प्रक्रिया गतिमान है।
उम्मीद जताई जा रही है कि सिंगापुर, दुबई, कोलंबो, कुआलालंपुर और बैंकॉक के लिए सीधी हवाई सेवा संचालित होने से पर्यटन के साथ औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा। वहीं इसके अलावा देश के छह शहरों के लिए भी घरेलू उड़ान शुरू करने की तैयारी है।