सम्मेलन में होंगे विविध विषयों पर पैनल चर्चा—
गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएस चौहान ने बताया कि सम्मेलन में पर्वतीय कृषि में नवाचार, कृषि में युवा पेशेवरों को बढ़ावा, डिजिटल एग्रीकल्चर, जलवायु परिवर्तन, और स्मार्ट लाइवस्टॉक फार्मिंग जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसके अलावा गुणवत्तापरक शिक्षा, मधुमक्खी पालन, और गरीबी व कुपोषण से मुक्ति के उपाय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे।
कृषि प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी होगी आकर्षण का केंद्र—
सम्मेलन के दौरान एक भव्य कृषि प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जिसमें देश-विदेश के 200 से अधिक संस्थान हिस्सा लेंगे। प्रदर्शनी में नवीनतम कृषि तकनीकों और नवाचारों को प्रदर्शित किया जाएगा, जो किसानों और कृषि विशेषज्ञों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।
महत्वपूर्ण हस्तियां होंगी शामिल—
कार्यक्रम के विमोचन के अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, पंतनगर विश्वविद्यालय के निदेशक शोध प्रो. अजित सिंह, और संयुक्त निदेशक डॉ. अनिल कुमार सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को उत्तराखंड की कृषि के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह सम्मेलन कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देगा। पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति ने इसे कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए कहा कि सम्मेलन में होने वाले विचार-विमर्श और प्रदर्शनी से कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं विकसित होंगी।
यह कृषि महाकुंभ उत्तराखंड को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने के साथ ही राज्य के किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।