स्वाद ही नही पौष्टिकता से भी भरपूर है मंडुवा, कई बीमारियों में देता है लाभ, जानिए क्या है इसके फायदे और नुकसान

Spread the love

मँड़ुआ को पहाड़ में “कोदा” नाम से जाना जाता है। कई लोग इसे “रागी” नाम से जानते हैं। मंडुआ सदियों से आहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। सामान्य तौर पर मंडुआ या रागी का उपयोग अनाज के रूप में होता है क्योंकि यह ना सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि बहुत ही पौष्टिक भी होता है।मंडुआ (रागी) को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि यह जरूरी पोष्टिक तत्व से भरपूर है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में मंडुआ (रागी)  को लेकर कई फायदेमंद बातें बताई गई हैं। मंडुआ के सेवन से अत्यधिक प्यास लगने की समस्या खत्म होती है, शारीरिक कमजोरी दूर हो सकती है और कफ दोष को ठीक किया जा सकता है। आप मंडुआ का प्रयोग मूत्र रोग को ठीक करने, शरीर की गंदगी साफ करने के लिए भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं शरीर की जलन, त्वचा विकार, किडनी या पथरी की समस्या में भी मंडुआ का इस्तेमाल होता है।  प्रायः मंडुआ के आटे को गेहूं के आटे में मिलाकर प्रयोग में लाया जाता है और देश भर में इससे कई तरह के व्यंजन तैयार किए जाते हैं। रागी से उपमा, सूप, बिस्किट्स, डोसा आदि बनाए जाते हैं और लोग बहुत चाव से इन्हें खाते हैं।
अगर आप मंडुवे को डाइट में शामिल करना चाहते हैं तो इसके फायदे और नुकसान जरूर जान लें।

1-कैल्शियम से भरपूर— बाकी अनाज के मुकाबले    मंडुवे में 5 से 30 गुना ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार 100 ग्राम मंडुवे में 344 एमजी कैल्शियम पाया जाता है जो पूरे दिन की कैल्शियम की जरूरत को पूरा करने के लिए अच्छा है। इससे कहा जा सकता है कि मंडुवे के फायदे कैल्शियम से भरपूर होते हैं। जैसा कि ऊपर बताया गया है कि रागी में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हड्डियां, दांत मजबूत रहते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों से जुड़ी बीमारी) से बचाव मिलता है। कैल्शियम से भरपूर होने के कारण बढ़ते बच्चे और गर्भवति महिलाओं के लिए मंडुवे के फायदे बढ़ जाते हैं। कैल्शियम के अलावा मंडुवे के फायदे  विटामिन डी से भी भरपूर हैं। विटामिन डी होने से कैल्शियम अब्जॉर्ब करना आसान हो जाता है। अगर आप सूरज की किरणों से विटामिन डी नहीं ले पा रहे हैं तो रागी डाइट में शामिल करने का सोच सकते हैं।

2-डाइबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद—
बाकी अनाज के मुकाबले मंडुवे में पॉलीफेनोल्स और डाइटरी फाइबर पाया जाता है। मंडुवे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के आसार कम हो जाते हैं। मंडुवे के फायदे स्टार्च का आसानी से अब्जॉर्ब होना, डायबिटीज को लेकर सतर्क करना आदि से जुड़े हुए हैं।

3. एनीमिया—मंडुवे के फायदे आयरन से भरपूर होने के कारण भी जाने जाते हैं। आयरन का सेवन करने से हीमोग्लोबिन में सुधार होता है जिससे एनीमिया होने के आसार कम हो जाते हैं। जिन लोगों को एनीमिया है उन लोगों को अपनी डाइट में आयरन से भरपूर डाइट फॉलो करनी चाहिए। आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आप मंडुवे के लड़,  कुकीज़ या मंडुवे का हलवा भी खा सकते हैं। और यह ऑप्शन आयरन की दवाई खाने से तो बहुत अच्छा है।

4. एंटी एजिंगबढ़ती उम्र के लक्षण त्वचा पर झुर्रियां, फाइन लाइन, काले धब्बे के रूप में दिखने लग जाते हैं। सेहतमंद खाने की आदत की मदद से बढ़ती उम्र के आसार देरी से आ सकते हैं। सेहतमंद डाइट में आप मंडुवे के फायदे शामिल कर सकते हैं। मंडुवे में अमिनो एसिड होते हैं जैसे कि मेथिओनिन और लाइसिन जो टिश्शू को झुर्रियों से बचाकर रखने में मदद करते हैं। मंडुवे खाने के फायदे डाइट में शामिल करने से बढ़ती उम्र के आसार देरी से आने में मदद मिल सकती है।

5. आरामदायकआजकल की भाग- दौड़ भरी जिंदगी में चिंता, बेचैनी, नींद ना आना लोगों में आम हो गया है। लेकिन यह चिंताजनक विषय है। इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। इसके साथ ही अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखें। ऐसी स्थिति में आप डाइट में मंडुवे के फायदे शामिल कर सकते हैं। मंडुवे में भरपूर मात्रा में अमिनो एसिड और ट्रिप्टोफैन पाए जाते हैं जो प्राकृतिक रूप से आराम देने वाले तत्व होते हैं। साल 2000 में मेड इंडिया के द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया है कि मंडुवे के फायदे माइग्रेन में लाभदायक हैं।

6.मंडुवा के फायदे वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। जैसा कि आपको पहले भी बताया है कि मंडुवा में डाइटरी फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है। डाइट में रागी शामिल करने से भूख कम लगती है और आप बार- बार कुछ खाते नहीं हैं। अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो ब्रेकफास्ट में मंडुवा शामिल कर सकते हैं जिससे कैलोरी का सेवन कम होता है।

7. एनर्जीअधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और अनसैचुरेटेड फैट होने से शरीर और दिमाग आलसी बन जाता है। शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ाना के मंडुवा के फायदे काम आ सकते हैं। जो लोग शारीरिक काम ज्यादा करते हैं उन लोगों को अपनी डाइट में मंडुवा जरूर शामिल करनी चाहिए।

8. बच्चों के लिए बेहतर ऑप्शनअगर आप नए माता- पिता बने हैं और अपने बच्चे के लिए सेहतमंद खाना ढूंढ रहे हैं तो इसका जवाब है – मंडुवा। जी हां, मंडुवा बच्चों के लिए पोषण से भरपूर अनाज माना जाता है और साथ ही बच्चों के द्वारा इसको आसानी से पचाया जा सकता है। मंडुवा में आयरन, कैल्शियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिस कारण से यह बच्चों के खाने के लिए बहुत अच्छा ऑप्शन बन जाता है। बच्चों को मंडुवा की खिचड़ी खिला सकते हैं। इसके अलावा मार्किट में बच्चों के लिए मंडुवा पाउडर, मंडुवा बिस्किट और कई प्रोडक्ट उपलब्ध हैं।

9. ग्लूटेन फ्रीजिन लोगों को गेहूं से एलर्जी होती है वो लोग अकसर ग्लूटेन फ्री डाइट फॉलो करते हैं। मंडुवा 100% ग्लूटेन फ्री है जिस कारण यह बाकी अनाज से अलग है।10. बीमारी से बचावमंडुवा के फायदे पौष्टिक तत्व से भरपूर हैं जिस कारण से यह कई गंभीर बीमारियों से बचाव करने में मदद करता है। मंडुवा में मौजूद पौष्टिक तत्व और मिनरल्स, टिश्शू सही करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और चिंता, स्ट्रोक कम करने में मदद करते हैं। मंडुवे को डाइट में शामिल करने से मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है। मंडुवे से पोषण की कमी नहीं होती है।

मंडुवे के फायदे जानने के बाद हो सकता है कि आप इस पौष्टिक अनाज को नज़रअंदाज नहीं करेंगे। बाकी सभी अनाज के मुकाबले मंडुवे को सबसे ज्यादा सेहतमंद और पोषण से भरपूर माना जाता है। मंडुवा ऐसा अनाज है जिसका सेवन बच्चों से लेकर बड़े तक कर सकते हैं क्योंकि इसे पचाना आसान होता है।

जहां एक तरफ मंडुआ के आटे के बहुत फायदे हैं वहीं इसका इस्तेमाल करने वालों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। मंडुवे के फायदे होने के साथ- साथ मंडुवे खाने के नुकसान भी हो सकते हैं। मंडुवे का सेवन करने से पहले मंडुवे के फायदे  के साथ- साथ नुकसान से भी जुड़ी जानकारी प्राप्त कर लें।  मंडुवे में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अधिक मात्रा में मंडुवे खाने से पथरी होने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि रागी में कैल्शियम होता है।

1: मंडुआ आटा का ज्यादा इस्तेमाल करने वालों को कब्ज या पेट की गैस की दिक्कत हो सकती है।2: थायराइड के मरीजों को भी ज्यादा रागी के आटे का सेवन नहीं करना चाहिए।

3: किडनी स्टोन के मरीजों को भी ज्यादा मंडुआ आटा का सेवन नहीं करना चाहिए।

NOTE- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों  से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’


Spread the love