उत्तराखण्ड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह 5 दिवसीय सत्र हंगामेदार रहने के आसार है। सत्र के पहले दिन सदन में पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा उत्तर-प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह व दिवंगत विधायकों को श्रद्धाजंलि दी जाएगी। सत्र के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर विधायकों के बैठने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सदन में 40 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की है। जबकि 30 विधायक प्रकाश पंत भवन के कक्ष संख्या 107 में बैठेंगे, जहां से वो वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सदन की कार्यवाही में जुडेंगे।
वहीं विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सदन में सरकार को घेरने की तैयारी में है, हरिद्वार कुंभ में फर्जी कोरोना टेस्टिंग, देवस्थानम बोर्ड, उपनल कर्मचारियों की मांगें व महंगाई जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरेगा। सरकार ने भी विपक्ष के मुद्दों पर जवाब देने की रणनीति बनाई है। पुष्कर सिंह धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला सत्र है, जबकि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद प्रीतम सिंह के लिए भी यह पहला सत्र होगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल का कहना है कि प्रदेश और जनहित के कई ऐसे विषय हैं, जिन पर प्रदेश की जनता सत्र के दौरान सदन से गंभीर चिंतन-मनन की अपेक्षा रखती है। उम्मीद है कि सदन सुचारू रूप से संचालित करने में पक्ष और विपक्ष सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करेंगे। प्रयास रहेगा कि सरकार और प्रतिपक्ष के बीच मुद्दों पर सार्थक व सकारात्मक चर्चा हो।