OpenAI का दावा, इस्राइली कंपनी ने AI के जरिए लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की, कहा BJP के खिलाफ था एजेंडा

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एक बड़ी साजिश की खबर सामने आ रही है,ओपनएआई (OpenAI) ने दावा किया है कि इस्राइल की एक कंपनी ने भारत में लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने से ठीक 4 दिन पहले यह एक चौंकाने वाला खुलासा किया गया है।

अभी तक यही सुनने में आता था की ईवीएम हैक के जरिये इलेक्शन में बड़े स्तर पर चुनावों को प्रभावित किया जाता है वहीँ अब ओपनएआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल स्थित एक नेटवर्क ने ‘भारत पर केंद्रित टिप्पणियां बनाना शुरू कर दिया। जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी की आलोचना की गई और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा की गई’
ओपनएआई की रिपोर्ट में उन अभियानों का हवाला दिया गया है, जिनमें एआई का उपयोग गुप्त अभियानों के लिए किया गया था। उन अभियानों का उपयोग जनता की राय में हेरफेर करने या राजनीतिक नतीजों को प्रभावित करने के लिए किया गया था। 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्राइली कंपनी STOIC ने AI की मदद से काल्पनिक यूजर और उनके सोशल मीडिया बायो बनाए। इन काल्पनिक व्यक्तियों के सोशल मीडिया हैंडल से अलग-अलग तरह की पोस्ट की गईं। इसके बाद कई फर्जी अकाउंट भी बनाए गए। इन फर्जी अकाउंट के जरिए सोशल मीडिया पोस्ट पर कमेंट कराए गए ताकि संवाद यानी एंगेजमेंट वास्तविक लगे। OpenAI की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कंपनी ने भाजपा के खिलाफ और विपक्ष के समर्थन में सामग्री प्रसारित करने की कोशिश की।

इस फर्म को “टीम जॉर्ज” नाम उन जांच करने वाले पत्रकारों द्वारा दिया गया था, जो इसके तरीकों और क्षमताओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए संभावित ग्राहक बनकर आते थे।

रिपोर्ट के अनुसार, इसका प्रमुख, ताल हनान, एक पूर्व इज़रायली विशेष बल ऑपरेटिव है, जो कथित रूप से सुरक्षित टेलीग्राम खातों और हजारों नकली सोशल मीडिया प्रोफाइलों को नियंत्रित करने में सक्षम होने के साथ-साथ समाचारों को प्लांट करने में सक्षम होने का दावा करता था।

यह जांच फ्रांस स्थित गैर-लाभकारी संस्था फॉरबिडेन स्टोरीज के निर्देशन में, ब्रिटेन के गार्जियन, फ्रांस के ले मोंडे, जर्मनी के डेर स्पीगेल और स्पेन के एल पैस सहित 30 समाचार पत्रों के पत्रकारों के एक संघ द्वारा की गई थी।

गार्जियन लिखता है , “टीम जॉर्ज द्वारा बताई गई विधियां और तकनीकें बड़े तकनीकी प्लेटफॉर्मों के लिए नई चुनौतियां खड़ी करती हैं।”

“चुनावों को लक्षित करके गलत सूचना फैलाने के वैश्विक निजी बाजार के साक्ष्य भी दुनिया भर के लोकतंत्रों के लिए खतरे की घंटी बजा देंगे।”

हनान ने विस्तृत प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया तथा केवल इतना कहा, “मैं किसी भी गलत काम से इनकार करती हूं।”

  OpenAI ने यह भी कहा ’हम सुरक्षित कृत्रिम मेधा (एआई) विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सुरक्षित एआई को तैयार करना ही OpenAI का उद्देश्य है। हम ऐसी नीतियों को लागू कर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनसे एआई के दुरुपयोग को रोका जा सके।’ OpenAI ने यहा भी बताया कि बीते तीन महीनों में ऐसे पांच आईओ (influence operations) का पता लगाकर प्रतिबंधित किया, जो इंटरनेट पर भ्रामक सूचनाओं का प्रसार कर रहे थे। इसी तरह की कार्रवाई में इस्राइल की कंपनी एसटीओआईसी (STOIC) पर भी की गई। OpenAI ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन जीरो जेनो (Operation Zero Zeno) नाम दिया है।

 इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ‘यह बिल्कुल साफ है कि भाजपा कुछ भारतीय राजनीतिक दलों द्वारा या उनकी ओर से फैलाई जा रही गलत सूचना और विदेशी हस्तक्षेप का निशाना थी और है’ उन्होंने इसे देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया।

NOTE- इस खबर को विभिन्न मीडिया श्रोत से मिली जानकारियों के आधार पर बनाया गया है, www.themountainstories.com इस खबर की प्रमाणिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है।


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