जैसे-जैसे अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन की तिथि नजदीक आ रही है अब धीरे-धीरे अब इस पर फिर से राजनीति शुरू होने लगी है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर भूमि पूजन के लिए जाने को लेकर AIMIM चीफ असद्दुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट के माध्यम से प्रधानमंत्री के मंदिर के शिलान्यास में जाने को संविधान की शपथ का उल्लंघन बताया है।
वह लिखते हैं कि पंथनिरपेक्षता भारत के संविधान का अभिन्न अंग है और यह उसका अनादर होगा, इसके साथ वह लिखते हैं कि “हम यह नहीं भूल सकते कि 400 वर्षों से ज्यादा वक्त से बाबरी मस्जिद अयोध्या में थी और 1992 में क्रिमिनल भीड़ ने इसे ध्वस्त कर दिया”
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या जायेंगे और वहां राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। उसके बाद राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जायेगा।