चारों धाम के कपाट खुलने की तिथि हुई घोषित, सरकार पूरी तरह तैयार, पिछले साल बनाया था रिकॉर्ड

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उत्तराखंड में इस साल 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा का आगाज होगा। बदरी-केदार मंदिर समिति के अनुसार, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षया तृतीया के पावन पर्व पर 22 अप्रैल को खुलेंगे। केदारनाथ मंदिर के कपाट 26 अप्रैल को खोले जाएंगे। वहीं विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 27 अप्रैल को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे। अब जब यात्रा शुरू होने में करीब 100 दिन का वक्त शेष है, ऐसे में सरकार भी यात्रा को लेकर पूरी तरह तैयार नजर आ रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा को लेकर कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारियां बड़े स्तर पर की जा रहीं है, जिससे यात्रा भव्य तरीके से आयोजित की जाए। उन्होंने कहा है कि पिछले साल इस यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्रियों ने धामों के दर्शन किये थे इस साल भी यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में यात्री आएंगे। सीएम ने कहा कि, बद्रीनाथ में मास्टर प्लान पर भी लगातार काम चल रहा है। हमें श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए, उनकी यात्रा को सुरक्षित, आसान और आरामदायक बनाना है। हम बाबा बद्री विशाल के आशीर्वाद से इस दिशा में लगातार काम कर रहें हैं। सीएम धामी ने कहा कि बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान हो गया है, और बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 27 अप्रैल की सुबह खुलेंगे।

उन्होंने कहा कि पिछले साल चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया था और इस साल भी यह यात्रा रिकॉर्ड तोड़ होगी और इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से चारधाम यात्रा तैयारीयां शुरू की जा चुकी है। उन्होंने कहा चारधाम यात्रा को लेकर किसी भी तरह के संशय की स्थिति पैदा नहीं की जानी चाहिए, सरकार तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करने के लिए निरंतर काम कर रही है, इस बार चारधाम यात्रा के और बेहतर इंतजाम किये जायेंगे।

चारधाम यात्रा में लगे व्यावसायिक वाहन स्वामियों के लिए भी राहत भरी खबर है। अप्रैल माह से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में जाने वाले वाहनों के ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड अब मोबाइल पर भी बन सकेंगे। परिवहन विभाग द्वारा एक मोबाइल एप तैयार किया गया है, इस ऐप को यात्रा के लिए पंजीकरण करने वाली पर्यटन विभाग की वेबसाइट से जोड़ने की तैयारी है। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए इस ऐप के द्वारा चारधाम के साथ-साथ यात्री अन्य धार्मिक स्थलों से भी जुड़ सकेंगे जिसमे हेमकुंड साहिब के साथ तीर्थयात्री अन्य धार्मिक स्थलों की के दर्शन भी कर सकेंगे। पंजीकरण के दौरान यात्रियों को अपने ग्रुप की कुल संख्या और धाम में दर्शन की प्रस्तावित तिथि के संबंध में जानकारी देने की व्यवस्था की गई। एप को परिवहन व पर्यटन विभाग की वेबसाइट से लिंक किया जाएगा, ताकि ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड प्रयोग करते समय कोई परेशानी न हो। इस एप का शुरुआती परीक्षण हो चुका है। अब सचिव परिवहन के साथ इस एप व चारधाम यात्रा के संबंध में बैठक प्रस्तावित है, जहां इस एप को नाम देने के साथ ही इसे लांच करने के संबंध अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

गौर हो कि 2022 में कोरोनाकाल के दो साल बाद बिना बंदिशों के चली चारधाम यात्रा ने पिछले साल नया रिकॉर्ड बनाया। बीते वर्ष चारों धामों में करीब 46 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया था। पिछले वर्ष की यात्रा पर नज़र डालें तो बदरीनाथ धाम में 17 लाख 60 हजार 646 श्रद्धालु पहुंचे तो वहीं गंगोत्री धाम में 624451 तीर्थ यात्री पहुंचे थे। यमुनोत्री धाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या 485635 थी तो वहीं केदारनाथ यात्रा में रिकॉर्ड 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे। पुरे यात्रा सीज़न में कारोबारियों के भी चेहरे खिल उठे थे क्यूंकि यात्रा से करीब 211 करोड़ का कारोबार हुआ था।


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