क्या है जनता-जनार्दन का फैसला? मुख्यमंत्री धामी सहित चार प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद-चम्पावत उपचुनाव

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चम्पावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित चार प्रत्याशियों की किस्मत आज ईवीएम में कैद हो गयी है। उपचुनाव को लेकर आज मतदाताओं और मीडिया में खासा उत्साह देखा गया। सुबह से पूरे राज्य की नजर आज चम्पावत उपचुनाव पर लगी रही। शाम तक आए मतदान के आंकड़ों के अनुसार 63 प्रतिशत से अधिक मतदान की संभावना जताई जा रही है। वहीं प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगा शाम चार बजे कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी धरने पर बैठीं।
चंपावत उपचुनाव को लेकर मतदाताओं में आज  खासा उत्साह दिखा। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर वोटरों की लंबी कतारें लगी रही। चंपावत उपचुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत चार प्रत्याशी मैदान में हैं।उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए 15 फरवरी को हुए मतदान के 106 दिन बाद 31 मई को चंपावत में दूसरी बार मतदान हुआ।
बता दें कि पुष्कर सिंह धामी का मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ये चुनाव जीतना बेहद जरूरी है। फरवरी माह में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने भारी बहुमत हासिल किया था मगर पार्टी की नैया पार लगाते-लगाते मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किये गए पुष्कर सिंह धामी खटीमा से खुद अपना चुनाव हार गए थे। जिसके बाद चम्पावत विधायक कैलाश  ने मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट खाली की थी।
वहीं इस बीच  कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी की नाराजगी टैब सामने आई जब वह प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगा शाम चार बजे कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी धरने पर बैठ गयी। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने चंपावत उपचुनाव में उनके एजेंटों को धमकाने का आरोप लगाया है। बाहरी विधायकों और बीजेपी नेताओं के चंपावत में चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते वह कलक्ट्रेट में धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे मतदान में खलल पैदा किया जा रहा है।
हालांकि चुनाव की तमाम अनिश्चितताओं के बावजूद राजनीतिक पंडित  मान रहे हैं कि मुख्यमंत्री धामी इस चुनाव को भारी अंतर से जीत जाएंगे। भाजपा की भी कोशिश इस जीत को एक बड़ी और एतिहासिक जीत बनाने की है। अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा इसमें कितनी सफल हो पाती है, या एक बार फिर जनता-जनार्दन चौंकाने वाले नतीजे देगी? इसका पता तो आने वाली 3 जून को चलेगा।

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