आज से उत्तराखंड विधानसभा मानसून सत्र 2023 शुरू हो गया है। पहले दिन सीएम धामी समेत सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी। वहीँ सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक मुखर हो गए। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। पहले दिन निधन पर शोक के चलते प्रश्नकाल नहीं हो पाया। दोपहर ढाई बजे बाद सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बुधवार को वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सदन पटल पर अनुपूरक बजट पेश करेंगे।
उत्तराखंड विधानसभा मानसून सत्र 2023 शुरू हो गया है। सुबह 11 बजे सदन शुरू होते ही पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व0 चंदन राम दास को सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंदन रामदास का जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने हमेशा हमें मजबूती देने का काम किया है। बहुत से काम थे जो वे करना चाहते थे, हम उसे पूरा करेंगे। बागेश्वर की जनता के लिए करने वाले उनके अधूरे कामों को हम आगे बढ़ाएंगे।
उधर सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक मुखर हो गए और जोशीमठ आपदा को लेकर विधानसभा की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। वहां उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेसियों का कहना था कि सरकार जनता के सवालों से भागने की कोशिश कर रही है। पूरे 1 साल में सरकार द्वारा 12 दिन भी सत्र आहूत नहीं किया गया है।दूसरी तरफ तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा कूच किया। कूच के दौरान शिक्षकों को पुलिस ने रिस्पना पुल के पास ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। अतिथि शिक्षक संघ के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि मांग पूरी न होने तक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सभी दलों से सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाने में सहयोग के अपील की है। बुधवार को वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सदन पटल पर अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसके साथ ही वित्त विभाग की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण समेत अन्य विधेयक व लेख प्रतिवेदन रिपोर्ट को सदन में रखा जाएगा। सात सितंबर को जन्माष्टमी का अवकाश रहेगा जिसके बाद सत्र के अंतिम दिन यानी 8 सितंबर को सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा के बाद उसे पारित कर दिया जाएगा।’
विधानसभा सचिवालय को विधायकों के 614 प्रश्न प्राप्त हो चुके हैं। सत्र के दूसरे दिन हंगामा होने के आसार हैं। सदन में सरकार से पूछने के लिए सभी सदस्यों ने कमर कसी हुई है। सत्ता पक्ष को सदन के भीतर और बाहर आपदा, अतिक्रमण, लोकायुक्त समेत कई अन्य मुद्दों पर विपक्ष के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ सकता है।