उत्तराखंड में भारी बरसात के बीच बूढ़ाकेदार क्षेत्र में कांवड़ियों का एक समूह गंगोत्री से लौटते समय रास्ता भटक गया, जिसके बाद कंट्रोल रूम जनपद टिहरी ने इसकी सूचना दी गई।एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने सभी कावड़ियों को भारी बारिश के बीच दुर्गम पहाड़ी मार्ग और उफनती नदी के किनारे से सुरक्षित बाहर निकाला। सभी कावड़िए सकुशल और सुरक्षित हैं।
28 जुलाई की शाम को बूढ़ाकेदार क्षेत्र में 21 कावड़ियों का एक समूह गंगोत्री से लौटते समय रास्ता भटक गया जिसकी सूचना एसडीआरएफ के कंट्रोल रूम को दी गई। एसडीआरएफ ने तत्काल एसडीआरएफ और पुलिस ने साथ साझा रेस्क्यू अभियान शुरू किया। बूढ़ाकेदार से करीब 03 किलोमीटर दूर झाला नामक स्थान पर फंसा हुआ था। इलाके में सड़कों की हालत खराब होने के कारण SDRF टीम पैदल ही उस स्थान तक पहुंची।
एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने सभी 21 कावड़ियों को भारी बारिश के बीच दुर्गम पहाड़ी मार्ग और उफनती नदी के किनारे से सुरक्षित बाहर निकाला और कावड़ियों को बूढ़ाकेदार बस स्टैंड पर पहुंचाया गया, जहां उनके लिए खाने और रहने की व्यवस्था की गई है। कांवड़ियों ने SDRF टीम के सदस्यों का शुक्रिया अदा किया।
21 लोग जिनका रेस्क्यू किया गया —-
- आकाश कुमार पुत्र तालेवर सिंह,
- सोनू पुत्र हंसराज सिंह,
- सुमित कुमार पुत्र जयदेव सिंह,
- आकाश कुमार पुत्र रोहतास सिंह,
- मोहित कुमार पुत्र उदल सिंह,
- सचिन कुमार पुत्र टीकम सिंह,
- संजय कुमार पुत्र हरपाल सिंह,
- सौरव कुमार पुत्र कलवा सिंह,
- महेंद्र कुमार पुत्र हुकम सिंह,
- परवेंद्र पुत्र खूबी सिंह,
- बबलू कुमार पुत्र प्रेम सिंह,
- सुनील कुमार पुत्र गोविंदा,
- अमित कुमार गुप्ता पुत्र शिवदत्त गुप्ता,
- सुशील कुमार पुत्र गोविंद सिंह,
- विक्रम सिंह पुत्र हरपाल कुमार,
- मनीष पुत्र राजेश,
- ललित कुमार पुत्र वीरेंद्र सिंह,
- सुभाष पुत्र कुररी सिंह,
- आशीष पुत्र सुरेंद्र कुमार,
- भूपेंद्र पुत्र रमेश चंद्र,
- राजू पुत्र डालचंद्र