उत्तराखंड में अवैध रूप से संचालित मदरसों के खिलाफ प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्यभर में चल रहे बिना अनुमति के मदरसों को चिन्हित कर उन्हें सील किया जा रहा है। अब तक पूरे प्रदेश में 110 मदरसों पर ताले लगाए जा चुके हैं।

तीन दिनों में 43 मदरसों पर कार्रवाई
गुरुवार को प्रशासन ने उधम सिंह नगर में 16 और हरिद्वार में 2 अवैध मदरसों को सील किया। जिले में पिछले तीन दिनों में 43 अवैध मदरसों को बंद करने की कार्रवाई की गई, जिससे संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
गुरुवार को रुद्रपुर में 3, किच्छा में 8, बाजपुर में 3 और जसपुर में 1 मदरसे को सील किया गया। इससे पहले मंगलवार को सितारगंज समेत अन्य इलाकों में 18 और बुधवार को रुद्रपुर व गदरपुर में 3 व जसपुर में 5 समेत कुल 10 मदरसों को सील किया गया था।

कई दशक पुराने थे अवैध मदरसे
प्रशासन की जांच में सामने आया है कि इनमें से कई मदरसे पिछले कई दशकों से बिना किसी आधिकारिक पंजीकरण के संचालित हो रहे थे। कुछ मदरसों ने पंजीकरण के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनकी फाइलें लंबे समय से लंबित पड़ी थीं।
प्रदेश में व्यापक स्तर पर अभियान जारी
सीएम धामी ने प्रशासन को इन अवैध मदरसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि प्रदेश के मूल स्वरूप के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि इन मदरसों के संचालन के पीछे किसका हाथ था और वहां छात्रों को किस प्रकार की शिक्षा दी जा रही थी।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अवैध मदरसों को सील करने के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी सुरक्षा बल की तैनाती की गई। किच्छा में आठ मदरसों को सील करने के दौरान आठ पुलिस थानों की फोर्स और पीएसी बाडी प्रोटेक्टर, हेल्मेट व अन्य सुरक्षा उपकरणों के साथ तैनात रही।
प्रशासन द्वारा अवैध मदरसों पर लगातार की जा रही कार्रवाई से प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को लेकर नए सिरे से नियम-कायदे लागू होने की संभावना बढ़ गई है।