सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद आज जहाँ पूरा देश अयोध्या में राम जन्म भूमि पूजन मंदिर निर्माण का जश्न मना रहा है और इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो रहे हैं। एक और जहाँ कई नेता और सांसद भूमि पूजा का स्वागत करते नज़र आये वहीँ भूमि पूजन से पहले बुधवार सुबह लोकसभा सांसद और ऑल इण्डिया मज़लिस ए इत्तेहादुल मुस्लीमीन के प्रमुख असदुदीन ओवैशी और आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के विवादित ट्वीट भी नज़र आये हैं।

असदुद्दीन ओवेशी अपने एक ट्वीट में कहते नज़र आते हैं की….
“बाबरी मस्जिद थी है और रहेगी इंशाअल्लाह” उन्होंने अपने ट्वीट में #BabriZindaHai” का इस्तेमाल भी किया।
वहीँ इससे एक दिन पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि….“बाबरी मस्जिद हमेशा एक मस्जिद रहेगी” इस बयान को ट्वीट करते हुए AIMPLB लिखता  है… “हागिया सोफ़िया हमारे लिए बड़ा उदाहरण है।  अन्यायपूर्ण,दमनकारी,शर्मनाक तरीके से ज़मीन पर अधिकार करना और बहुसंख्यक के तुष्टिकरण वाले फैसले से इसका दर्जा बदला नहीं जा सकता। दिल तोड़ने की ज़रूरत नहीं। स्थितियाँ हमेशा के लिए एक जैसी नहीं रहती हैं”
वहीँ सीपीआई-एमएल ने एक बयान जारी कर कहा की। .. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक धार्मिक समारोह का इस्तेमाल राजनितिक मंच के रूप में कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि बाबरी मस्जिद गिराए जाने कि जगह पर ऐसा करना अपराध है। साथ ही उन्होंने पांच अगस्त को विरोध दिवस मनाने की बात कही”
आल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड की ओर से बाबरी मस्जिद की तुलना हागिया सोफ़िया से करने पर सोशल मीडिया पर इस ट्वीट की आलोचना हो रही है वहीँ लोग इस बयान को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना भी बताते नज़र आये।

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