चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है अब निर्धारित संख्या के अनुसार ही श्रद्धालुओं को भेजा जायेगा। जिसके तहत चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक रहेगी वहीँ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में आपको दर्शन के लिए 20 जून के बाद ही तारीख मिलेगी।
उत्तराखंड सचिवालय देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक हुयी, बैठक के दौरान सीएम धामी ने श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए टूर ऑपरेटर्स संबंधित एडवाइजरी जारी करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि चारों धामों में निर्धारित संख्या के हिसाब से ही श्रद्धालुओं को भेजा जाए। जो श्रद्धालु बिना रजिस्ट्रेशन उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें राज्य के अन्य धार्मिक, पौराणिक और पर्यटक स्थलों पर जाने के लिए प्रेरित करने का सुझाव दिया जाए।
गौरतलब है की गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट दस मई को खुले गए थे। वहीं, 12 मई के बदरीनाथ धाम के कपाट खुले थे। यात्रा के पहले हफ्ते में बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंच गए थे, जिससे यमुनोत्री धाम में सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई थी। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बीते दिनों उत्तरकाशी का दौरा किया था और चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को जायजा लिया था। तभी से लगातार सीएम धामी चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर नजर बनाए है और हर दूसरे-तीसरे दिन बैठक कर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे है. हालांकि अब धीरे-धीरे चारधाम यात्रा की तमाम व्यवस्थाएं पटरी पर आ गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 दिनों में चारधाम यात्रा के प्रबंधन एवं व्यवस्थाओं जो कमियां और दिक्कतें सामने आई हैं उनका विश्लेषण किया जाए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को निर्देश दिए कि वे 10 दिन के विश्लेषण के साथ ही दिक्कतों के समाधान की रिपोर्ट दें। रिपोर्ट में यात्रा प्रबंधन के दौरान किए गए सराहनीय कार्यों का भी जिक्र हो।