मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के नेशनल कांफ्रेंस से गठबंधन पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी से दस सवाल पूछे हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके अपने मंसूबों को साफ कर दिया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को तीन दशकों तक पीछे धकेला और इसे बर्बाद कर दिया।
अनुच्छेद 370 और अलगाववाद का समर्थन करने वालों के साथ क्यों है कांग्रेस का हाथ..? pic.twitter.com/zvmbewfWJx
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 24, 2024
- क्या कांग्रेस ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
- क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35ए को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के दौर में धकेलने के जेकेएनसी के निर्णय का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गाधी, पाकिस्तान के साथ एलओसी ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
- क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के जेकेएनसी के वादे के साथ है?
- क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत, तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत”कोह-ए- मारन’ के नाम से जाने जाएं?
- क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस पार्टी जेकेएनसी के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
- क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की जेकेएनस की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?
गौर हो कि चुनाव पूर्व देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। जहाँ कांग्रेस ने गठबंधन का ऐलान राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान किया था। वहीँ अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की है। आपको बता दें कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए मतदान तीन चरणों 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होंगे और वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी।